सीतापुर-अनूप पाण्डेय.अरुण शर्माNOI-उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर में भाकियू (लोकतांत्रिक) के बैनर तले इलाके के दर्जनों गन्ना किसानों ने विभिन्न मांगों को लेकर गन्ना समिति पर तीन दिनों से आमरण अनशन शुरू किया था।अनशन के दौरान दूसरे दिन यूनियन के खीरी जिलाध्यक्ष प्रदीप शुक्ला श्यामू समेत तीन किसानों की हालत बिगड़ गई थी।स्थानीय सीएचसी प्रभारी ने देर शाम अनशनकारियों का स्वास्थ्य परीक्षण करते हुए श्यामू की हालत गंभीर होने पर ग्लूकोज़ लगाए जाने का परामर्श दिया था।लेकिन अपनी मांगों को पूरा होने की जिद पर अड़े अनशनकारी किसानों ने किसी भी तरह की स्वास्थ्य सुविधा लेने से कर दिया था इनकार।लगातार तीसरे दिन तक अनशन पर बैठे किसानों की हालत ज्यादा बिगड़ने की सूचना पर जिला प्रशासन में मचा हड़कंप।डीएम सीतापुर के निर्देश पर एसडीएम, सीओ व एलआईयू इंस्पेक्टर ने अनशन स्थल पर पहुंच अनशनकारी किसानों को समझाबुझाकर अनशन समाप्त करने का किया प्रयास।लेकिन जिद पर अड़े किसानों ने अधिकारियों की एक न सुनी।वहीं किसानों की बिगड़ती हालत देख यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह चौहान भी अनशन स्थल पर पहुंचे।अधिकारियों ने पूरी स्थिति से डीएम को अवगत कराया।डीएम ने जिलाध्यक्ष श्यामू शुक्ला से फोन पर वार्ता कर मांगे पूरी किये जाने का आश्वासन देते हुए ग्लूकोज लगवाए जाने का अनुरोध किया।
डीएम के आश्वासन पर अनशनकारी तीनों किसान ग्लूकोज लगवाने को हुए राजी। चिकित्सक ने लगाई तीनों किसानों को लगाया ग्लूकोज़। किसानों की जिद को देख डीएम सीतापुर ने किसानों की सात सदस्यीय टीम को वार्ता के लिए किया आमंत्रित।डीएम से वार्ता के लिए प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह चौहान के नेतृत्व में सात सदस्यीय किसानों का दल अधिकारियों के साथ वार्ता के लिए सीतापुर रवाना।*