सीतापुर-अनूप पाण्डेय,रोहित त्रिपाठी/NOI-उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर के विकास क्षेत्र गोंदलामऊ के रामगढ महसूई के मध्य में जिंद पीर बाबा के स्थान पर सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया गया
जिसमें कथा व्यास श्री सुरेश अवस्थी अपने मुखारविंदसे कहां भागवत प्रेम की मूर्ति है ।
भागवत कथा आपस में प्रेम भाव का संदेश देती है।
कथा सुनने से पापों का नाश होता है ।कथा भगवान के स्वरूप का ज्ञान कराती है ।भगवान भागवत कथा के महत्व के बारे में यह बातें सात दिवसीय भागवत कथा के दौरान कथा व्यास सुरेश अवस्थी ने कहीं
भगवान कृष्ण की लीलाओं का बखान भी किया।
गोंदलामऊ क्षेत्र के रामगढ महसूई में जिंद पीर बाबा के स्थान पर सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन जिंद पीर बाबा के पुजारी सुदामा जी महाराज की तरफ से किया गया जिसमें कथा व्यास ने श्री कृष्ण जी की लीलाओं का मनोहरी वर्णन किया। देवकी वसुदेव विवाह श्री कृष्ण जन्म पूतना वध कंस वध सुदामा चरित्र आदि की झांकियां प्रस्तुत करके भगवान की महिमा का बखान करते हुए व्यास ने कहा कि भगवान प्रेम के भूखे हैं। सच्चे मन से की गई आराधना ही प्रभू के समीप ले जाती है। जैसे विदुर ने बगैर नमक का सच्चे मन से भगवान को साग खिलाया मां कुंती ने अपने जीवन में सच्चे मन से सिर्फ दुख ही मांगा भागवत कथा पापों का नाश करने वाली है। तथा आपस में प्रेम करने की शिक्षा देती है हमें आपस में प्रेम से रहना चाहिए हमें आचरण में सुधार करना चाहिए सभी से प्रेम से बात करें जब हम दूसरे का सम्मान देंगे तो हमें भी सम्मान मिलेगा भजन ऊपर सोता भजन ऊपर श्रोता झूम उठे ।
इसी दौरान कथा व्यास ने बेटी बचाओ पेड़ लगाओ पर भी रोशनी डाली इस अवसर पर कपिल तिवारी प्रधान दीपा पांडे विक्की पांडे संदीप विमल आदि लोग भारी संख्या में मौजूद