जालंधर: प्रदेश में सरकार किसी की भी हो, मगर कुछ नेता ऐसे हैं जो हर बार सत्ता का सुख भोगते रहते हैं। ऐसे ही कुछ नेता अंदरखाते दूसरी पार्टी की मदद करने से भी नहीं हिचकते। भाजपा के नेता अमित तनेजा आजकल कांग्रेस के साथ 50-50 मैच खेल रहे हैं। अमित तनेजा जो पार्टी में भाजपा सोशल मीडिया एंड डिजीटल कम्यूनिकेशन स्टेट हैड हैं, उन पर निगम चुनावों में कांग्रेस के नेताओं की मदद करने के आरोप लग रहे हैं। एक ऐसी फोटो वायरल हुई है जिसमें 6 दिसम्बर को नगर निगम चुनावों के नामांकन के अंतिम दिन जब कांग्रेस नेता हरसिमरनजीत बंटी विधायक सुशील रिंकू व अन्य के साथ वार्ड नं. 44 से अपना नामांकन जमा करवाने रिटॄनग अधिकारी के दफ्तर गए तो उनके साथ भाजपा नेता अमित तनेजा भी थे। यही नहीं रिटॄनग अधिकारी को फाइल सौंपते समय भी अमित तनेजा कांग्रेसी नेताओं के साथ ही थे। यहां तक कि फाइल सौंपते समय भी अमित तनेजा के हाथ बंटी की फाइल पर थे। अमित तनेजा के इस तरह कांग्रेसी नेताओं के साथ खुलेआम नामांकन के समय दिखाई देने से कांग्रेसी व भाजपा-अकाली खेमों में खासी हलचल बढऩे के साथ कई भाजपा-अकाली नेताओं में हड़कंप मच गया है। तनेजा के विरोधी तो यहां तक कहने लगे हैं कि वह खुलेआम कांग्रेस की मदद कर रहे हैं।
सांपला से होगी बात, ऐसे नेताओं को भाजपा बाहर करने को कहूंगा : सुखबीर बादल
अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल का कहना है कि वह इस मामले को भाजपा प्रदेश प्रधान विजय सांपला के पास उठाएंगे और ऐसे नेताओं को पार्टी से बाहर करने को कहा जाएगा। अकाली दल का कहना है कि भाजपा नेता जानबूझ कर जहां अकाली दल के प्रत्याशी खड़े हैं वहां पर कांग्रेस की मदद कर रहे हैं।
तनेजा है सांपला का करीबी
अमित तनेजा को प्रदेश भाजपा प्रधान विजय सांपला का करीबी माना जाता है और विजय सांपला ने ही उन्हें पार्टी में सोशल मीडिया स्टेट हैड जैसा प्रमुख पद दिया हुआ है। मगर जिस तरह से तनेजा ने कांग्रेसी नेताओं का साथ दिया है उससे भाजपा व अकाली खेमे सांपला व तनेजा से नाराज हैं। भाजपा नेता जहां इसे पार्टी के साथ विश्वासघात बता रहे हैं वहीं अकाली नेताओं का कहना है कि भाजपा के नेता जानबूझ कर कांग्रेस का साथ देकर अकाली प्रत्याशियों को हराना चाहते हैं। मगर भाजपा नेता अभी भी पूरे मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। अब देखना होगा कि कांग्रेसी नेताओं का साथ देने वाले भाजपा के इस नेता पर पार्टी क्या एक्शन लेती है।