कोयला भवन मुख्यालय पर झाविमो के प्रदर्शन के दौरान पार्टी सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने भाजपा पर निशाना साधा। ये प्रदर्शन डीसी रेल लाइन बंद किए जाने समेत विभिन्न मुद्दों को ले बुधवार को किया गया था।
बाबूलाल ने कहा कि भाजपा की केन्द्र और राज्य सरकार बात जनहित की करती है और काम बड़े घरानों के हित की कर रही है। विकास के नाम पर धोखा किया जा रहा है। यदि भाजपा के लोग जाएं तो उनसे विकास का हिसाब मांगो। जवाब नहीं दे, तो गांव से खदेड़ दो। जबतक भाजपा रहेगी, गरीबों का हक मारा जाता रहेगा। कोयला बेचने के लिए झरिया उजड़ता रहेगा और ट्रेनें बंद होती रहेगी। नेहरू कॉम्प्लेक्स से सैकड़ों समर्थकों के साथ कोयला भवन मुख्यालय पहुंचे बाबूलाल मरांडी ने कहा कि आग और भू-धंसान से लोगों को बचाने के लिए झरिया नहीं उजाड़ा जा रहा है। और न हीं दुर्घटनाओं के डर से डीसी लाइन पर ट्रेनों का परिचालन बंद किया गया। इसके पीछे बीसीसीएल और सरकार की मंशा वहां जमीन के नीचे दबा कोयला लूटना है। इस खेल में नेता, अफसर और बड़े बड़े औद्योगिक घराने शामिल हैं। इसे रोकना होगा।
झाविमो ने डीसी लाइन पर पदयात्रा कर इसका शंखनाद कर दिया है। आरएसपी कॉलेज, जनमीनार और झरिया को बचाने के लिए और बड़ा आंदोलन होगा। लाठियां खानी होगी। जेल जाना होगा। इसके लिए हम सबको तैयार रहना है। कई रिपोर्टों का हवाला देते हुए बाबुलाल ने झरिया की आग को साजिश बताया। कहा, झरिया की आग को बुझायी जा सकती है। सिंफर के वैज्ञानिक ये कर सकते हैं। लेकिन सरकार को आग बुझानी ही नहीं है। उसका मकसद आग का डर दिखाकर कोयला लूटना है। इसके लिए झरिया के हजारों परिवारों को बेघर करने का रोड मैप तैयार है।
बाबूलाल ने हुंकार भरते हुए कहा कि धनबाद के लोगों को जमीन के बदले नौकरी नहीं कोयले में हिस्सेदारी चाहिए। जिस जमीन के नीचे करोड़ों का कोयला है, उसके मालिक को उसपर मालिकाना हक देना होगा। अब यहां के लोग अपनी संपदा को लूटने नहीं देंगे। जरूरत पड़ी तो इसके लिए सरकार से लड़ाई लड़ी जाएगी। झाविमो के जिलाध्यक्ष ज्ञान रंजन सिन्हा ने कहा कि बीसीसीएल के लूट नीति के खिलाफ धनबाद की जनता आंदोलन को तैयार है। झरिया समेत विभिन्न मुद्दों पर आने वाले दिनों में झाविमो बड़ा आंदोलन करेगी, जो भाजपा सरकार की नींव हिला देगी। मौके पर रमेश राही, सरोज सिंह, योगेन्द्र यादव, रंजीत, पिंकी साहू, विरेंद्र हांसदा, गणपत महतो आदि ने भी लोगों को संबोधित करते हुए सरकार को चुनौती दी। बीसीसीएल मुख्यालय पुलिस छावनी में तब्दील झाविमो के प्रदर्शन को ले बीसीसीएल मुख्यालय पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। मेन गेट पुलिस छावनी में तब्दील हो चुकी थी। भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात थे। किसी को गेट के आसपास भी फटकने नहीं दिया गया। बाबुलाल मरांडी समेत पूरी भीड़ सड़क के दूसरी छोर तक ही रही।