लखनऊ: उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार को भले ही सूबे की सत्ता हासिल किये अभी कुछ ही समय बीता है कि अभी से ही भाजपा की अंतर्कलह खुलकर सामने आने लगी है। दरअसल, भाजपा सरकार सूबे में जिस अवैध खनन को रोकने के बड़े-बड़े दावे कर रही है, उन्ही दावों को भाजपा के एक विधायक ने चुनौती दी है। यह चुनौती दी है बांदा के नैरेनी से भाजपा विधायक रामकरण ने, जिन्होंने भाजपा सरकार की पोल खोलते हुए कई सवाल उठाए हैं।
भाजपा विधायक को पसंद न आई सरकार की रणनीति
दरअसल, यूपी में हाल ही में निर्वाचित हुई भाजपा सरकार ने अपनी कैबिनेट मीटिंग में अवैध खनन जैसी बड़ी समस्या से निजात पाने के लिए खनन की नई नियमावली बनाई थी। इस नियमावली को लेकर सरकार जनता के बीच में बड़े-बड़े दावे भी कर रही है।
हालांकि सरकार के इन दावों के खिलाफ उनकी ही पार्टी के विधायक रामकरण ने उंगलियां उठाई हैं। भाजपा विधायक का कहना है कि भाजपा सरकार में अवैध खनन को रोकने के लिए बनाए गए नियमों से अच्छे सपा सरकार के कार्यकाल में बने नियम थे। उस दौरान प्रदेश में प्रदेश के अन्दर इतना खनन भी नहीं हुआ था। उन्होंने यह भी कहा कि जितना खनन भाजपा सरकार में हो रहा है।
आपको बता दें कि नरैनी से भाजपा विधायक रामकरन बुधवार से जिला प्रशासन के खिलाफ धरने पर बैठे हैं। इस दौरान उन्होंने प्रशासन पर ओवरलोडिंग और अवैध खनन का आरोप भी लगाया था।