वहीं बृहस्पतिवार को तीन दिवसीय यात्रा पर पहुंचे सीसी ने कहा कि उनकी सरकार द्विपक्षीय व्यापार एवं निवेश सहयोग को बढ़ाने का रोडमैप तैयार करने के साथ साथ भारत के साथ मजबूत सुरक्षा सहयोग विकसित करने की दिशा में काम करेगी। वार्ता के बाद संयुक्त बयान भी जारी किया गया। इसमें कहा गया है, ‘दोनों नेता आतंकवाद के सभी रूपों की कड़ी निंदा करते हैं।
उन्होंने आतंकवाद को अंतर्राष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा के लिए सबसे बड़े खतरों में से एक बताया। दोनों देशों अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद सम्मेलन (सीसीआईटी) के संबंध में संयुक्त राष्ट्र में मिलकर काम करने का संकल्प दोहराया है।
वहीं प्रधानमंत्री ने भी बयान जारी कर कहा कि भारत के 1.25 अरब लोग खुश हैं कि मिस्र के राष्ट्रपति यहां आएं हैं और दोनों पक्षों ने सहयोग के कई स्तम्भों के निर्माण पर सहमति जताई।