नई दिल्ली: भारत ने पाकिस्तान को निशाने पर लेते हुए कहा कि आतंकवाद के मुद्दे पर राज्य और राज्येतर संगठन की अवधारणा ‘विरोधाभासी नहीं’ है और इसका सहारा लेकर कोई देश जिम्मेदारी से नहीं बच सकता।
– भारत ने साथ ही कहा कि अगर दूसरे समूहों को सक्रिय सहयोग देने की बात छोड़ भी दें तो कुछ समूहों के खिलाफ कार्रवाई दूसरे समूहों को खुली छूट देने की औचित्य नहीं हो सकती।
– विदेश सचिव एस जयशंकर ने कहा कि हम आतंकवाद के खिलाफ विभेदीकृत लड़ाई नहीं लड़ सकते हैं। राज्य और राज्येतर (स्टेट और नॉन स्टेट एक्टर्स) संगठनों के बीच विरोधाभास झूठा है। राज्य अपनी जिम्मेदारी से भाग नहीं सकता है।
– विदेश सचिव एस जयशंकर ने पूरी बेबाकी के साथ पाकिस्तान के उस कथन को बिल्कुल गलत बताया कि भारत के खिलाफ हमले राज्येतर संगठन करते हैं और कहा कि देश अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकता। जयशंकर ने अमेरिकी संगठन ईस्ट वेस्ट सेंटर द्वारा आयोजित एक सम्मेलन में सबको याद दिलाया कि 9/11 हमले के बाद ऐसा ही हुआ था जब देशों से कहा गया था कि राज्येतर संगठनों के शामिल होने की बात कहकर वे अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकते।
– उन्होंने कहा कि राज्य और राज्येतर संगठनों के बीच एक संबंध है जिसकी वजह से हम ‘प्रायोजित’ शब्द का इस्तेमाल करते हैं। इसलिए कोई देश इसे राज्येतर बताकर जिम्मेदारी से नहीं बच सकता। यह केवल भारत से संबंधित नहीं है। 9/11 के बाद ऐसी ही स्थिति थी। जयशंकर ने कहा कि राज्य और राज्येतर संगठन की अवधारणा ‘मिथ्या विरोधाभासी’ है।