लखीमपुर खीरी:शरद मिश्रा-NOI।कई दिनों से हो बारिश से इंडो नेपाल के सीमाई क्षेत्र में बाढ़ आने की संभावना बढ़ी जिससे बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है।क्षेत्र के ग्रामीणों व किसानों से लेकर ब्यापारियों में भी चिंता का माहौल बना हुआ है।
इंडो नेपाल सीमा के तराई क्षेत्र बेलरायां, तिकोनिया, कड़िया, बेलापरसुआ सहित आसपास के क्षेत्र तथा नेपाल में कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से वैसे ही जनजीवन अस्त-व्यस्त है इसके अलावा नेपाली नदियों के बढ़ते जल स्तर से तराई के लोंगों में बाढ़ आने की संभावना से ही चिंता बनी हुई है।कई दिनों से बेलरायां की बाजार सहित नेपाली सीमाई मंडियों में सन्नाटा पसरा हुआ है।हांलाकि पहाड़ी नेपाली नदी मोहाना,कर्णाली,कन्दरा, गेरुआ,काढ़ा नदियों के उफानाने भारतीय क्षेत्र में वैसे भी फसलों के जलमग्न होने से किसानों का काफी नुकसान हो चुका है।मोहाना नदी की बाढ़ में तो गन्ने की फसलें भी डूब गई तो धान कहाँ बाकी रह सकता।बेलापरसुआ के प्रधान आशाराम ने बताया कि प्रशासन की तरफ से अभी तक किसानों की फसलों के हुए नुकसान का अभी तक आंकलन भी नही कराया गया है।जिससे किसानों में काफी आक्रोश है।ऊपर से लगातार कई दिनों से हो रही बारिश से बाढ़ का खतरा फिर मंडराने लगा है जिससे लोगों में दहशत बनी हुई है।बेलापरसुआ मार्ग पर रघुनगर एसएसबी कैम्प के आगे गद्दनिया के पास सड़क पर कई फिट ऊंचा बाढ़ का पानी चलने से कई दिनों तक आवागमन बन्द रहा ग्रामीणों की प्रशासन से मांग है कि किसानों की फसलों के हुए नुकसान और बाढ़ पीड़ितों को आर्थिक व राहत सामग्री तत्काल उपलब्ध कराई जाय।
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