सीतापुर-अनूप पाण्डेय/NOI-उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर .यूपी सरकार भ्रस्टाचार रोकने की पुरजोर कोसिस कर है लेकिन विभागीय कर्मचारियों की मिलीभगत के कारण सरकार के मंसूबो पर पानी फिर जनता है।चौदहवें वित्त की में कार्य कराने के नियमो में एक लाख से रूपर के कार्यो में समाचार पत्र में टेंडर प्रकाशित होने के बाद ही कार्य कराया जा सकता है।लेकिन कुछ रसूखदार प्रधान व सचिवों की मिली भगत से कार्य पहले हो जाते है बाद में टेंडर प्रक्रिया हो रही है।ऐसा ही एक मामले से गोंदलामऊ ब्लॉक एक बार फिर सुर्खियों में आ गया।मामला गोंदलामऊ ब्लॉक के नटवल ग्रन्ट गांव का है जहाँ गांव में पाइप लाइन व चेम्बर ,खड़ंजा निर्माण कार्य दो माह पूर्व मई माह में बिना टेंडर व कोटेशन प्रक्रिया पूरी किये कराया गया। जिसमे छः इंची पाइप व पिला ईट व घटिया क्वॉलिटी में मशाले से चेम्बर निर्माण नाली कराया गया,पूरे गांव में पुराना खड़ंजा उखड़वा कर दुबारा वही लगवा दिया गया,पुराने खड़ंजेमे महज दो ट्राली ईटा मिलाकर कार्य कराया दिया गया जिसके संबंध में समाचार पत्र में तीन बार पांच, छः, सात मई को खबर का प्रकाशन भी हुआ जिसमे निर्माण कार्य में भ्रस्टाचार व घटिया क्वालिटी ईट व मशाले से कार्य कराए जाने दर्शाया भी गया लेकिन विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत के चलते कोई कोई कार्यवाही नही नही हुई एक तरफ चेम्बर बनते गए दूसरी तरफ घटिया क़्वालिटी के चलते फूटते गए।दो माह कराए गए गए कार्य की महज औपचारिता के लिए चौदहवें की की नियमावली को दरकिनार करते हुते दो माह बाद रविवार को टेंडर लेखराम के मकान से हरिश्चन्द्र के मकान तक के निकलवाया गया।जिसमें महज सत्तर मीटर खड़ंजा,पांच चेम्बर,सात छः इंची पाइप जो कि दो माह पूर्व कार्य हो चुका है के लिए एक लाख उन्नीस हजार एक सौ इकतालीस रुपया पास करवाया लिया।संबंधित सचिव की मिली भगत से हुए कार्य मे कार्ययोजना पास कर टेंडर टेंडर भी निकल आया जिससे कि किसी अधिकारी की नजर न पड़े।जब जानलेवा बुखार फैला था तब सीडीओ संदीप कुमार जी के द्वारा पूरे गाँव मे नाली निर्माण,पानी टंकी निर्माण,खड़ंजा निर्माण कार्य,नल रिबोर आदि काम करवाने के आदेश दिए थे ।लेकिन गांव में 10 प्रतिशत कार्य हुआ है वो भी बहुत ही घटिया ।पूरे गाँव मे खड़ंजा लगवाने का आदेश हुआ था लेकिन प्रधान व ठेकेदार की मिलीभगत से उही पुराना खड़ंजा उखाड़ के फिर से उन्ही पुरानी इटो से पटान्जा लगवा दिया गया।कही भी नई इटो का प्रयोग नही किया गया ।गाँव में पहले की ही तरह कीचड़ की भरमार हैं।
घरो व नलो का पानी नलो के पास एकत्रित न तो उसके लिए एसडीएम साहब व सीडीओ साहब के द्वारा पूरे गाँव मे बारह इंच मोटा पाइपलाइन बिछवाकर गांव के बाहर बने तालाब में ले जाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था बनवाने की बात की थी । लेकिन गाँव मे ठेकेदार द्वारा नलो का पानी निकालने के लिए 12 इंच की जगह 6 इंच पाइप डालकर यहाँ से चलते बने । उन पाइपों से नलो का पानी सही से नही निकल पाता हैं तो घरो का कैसे निकलेगा ।हम लोग पहले की ही तरह घर के बाहर पानी एकत्रित करते हैग्रामीणों ने बताया की गॉव में दर्जनों मौतें होने के बाद पानी की टँकी गाँव मे बनने के लिए स्वीकृत हुई थी जिसे प्रधान ने अपनी दबंगई के कारण हमारे गाँव जमुनापुर गांव में टँकी न बनवाकर वोट के लालच में लक्ष्मणपुर के समीप बनवा रहे हैं इसकी कई लोगो ने शिकायत भी की लेकिन किसी भी अधिकारी ने ध्यान नही दिया ।ग्रामीणों का ये भी आरोप है की ग्राम प्रधान हम लोगो से चुनावी रंजिश निकाल रहे हैं जिसके कारण हम लोग नरकीय जीवन व्यापन करने के लिए विवश है । बरसात होते है पूरे गाँव मे पानी भर जाता हैं निकलना मुश्किल हो जाता हैं हम लोगो को कीचड़ भरे रास्ते से होकर गुजरना पड़ता हैं।इस मामले में ग्राम प्रधान बालकराम का कहना है कि मामला सीडीओ सीतापुर के संज्ञान में है और उन्हीं के आदेश पर यह कार्य हुआ था।तब पैसा नही था।इसी लिए अब पास कराया जा रहा ।वही सीतापुर जिला पंचायत राज अधिकारी इन्द्रनारायण सिंह से बात की गई तो जाच टीम गठित कर जांच करने का अस्वाशन दिया है।