सीतापुर-अनूप पाण्डेय,त्रिभुवन वर्मा/NOI-उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर के रामपुर मथुरा जहां योगी और मोदी सरकार भ्रष्टाचार को लेकर के संवेदनशील है वही विकासखंड रामपुर मथुरा के ग्राम पंचायत केवड़ा में भ्रष्टाचार का बोलबाला चरम सीमा पर है केवडा ग्राम पंचायत में स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए दैनिक अखबार स्पष्ट आवाज में दिनांक 11 तारीख को ग्राम पंचायत केवड़ा प्रधान वह ग्राम विकास अधिकारी राजकुमार के द्वारा टेंडर का प्रकाशन हुआ था जिसमें दिनांक 10 सितंबर से 14 सितंबर तक निविदाएं आमंत्रित करने का समय दिया गया था हम संवाददाता द्वारा जब उक्त ग्राम पंचायत का निरीक्षण किया तो ग्रामीणों ने बताया कि यहां स्ट्रीट लाइट 15 दिन पहले लग गई थी जो एक-दो दिन लाइट आई थी उसके बाद वह जली भी नहीं शो पीस के तौर पर खंभों में लटक रही है ।
जब इस संबंध में ग्राम विकास अधिकारी राजकुमार जी से बात की गई कि आप ग्राम पंचायत केवडा में स्ट्रीट लाइट 15 दिन पहले से लगी हुई हैं तो यह विज्ञापन निविदा कैसे निकाली गई है इस बात पर प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी दोनों आग बबूला हो गए और कहा कि यह सब चलता रहता है वही 13 सितंबर को BIP सोलर लाइट विपुल खंड गोमती नगर लखनऊ के द्वारा निविदा ग्राम विकास अधिकारी राजकुमार को देने का प्रयास किया गया तो वह निविदा लेने से मुकर गए और कहा कि यह निविदा खंड विकास अधिकारी रामपुर मथुरा ही लेंगे जब इस संबंध में ग्राम विकास अधिकारी राजकुमार से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया की निविदा खुली दी जा रही थी इसलिए वह निविदा नहीं ली गई जबकि निविदा दाता खुला लिफाफा देने के बाद बंद लिफाफे में भी दे रहा था इस संबंध में जब खंड विकास अधिकारी रामपुर मथुरा से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि मेरे संज्ञान में कुछ नहीं है अगर कोई निविदा किसी ग्राम पंचायत का प्रकाशन करती है तो उसका ग्राम विकास अधिकारी जिम्मेदार होता है ऐसे में देखना यह है भ्रष्टाचार की जड़ों का जिम्मेदार कौन है