सीतापुर-अनूप पांडेय/NOI-सीतापुर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भले ही भ्रष्टाचार मुक्त करने की बात करते हो सीतापुर की विकास खंड एलिया में उनके अधिकारियों पर व कर्मचारियों पर कोई असर नहीं दिखता
ताजा मामला ग्राम पंचायत शेरपुर का है जहां पर परिवार रजिस्टर की आवश्यकता पड़ने पर लाभार्थियों द्वारा परिवार नकल की कॉपी मांगी गई तो ग्राम विकास अधिकारी शिखा शुक्ला के द्वारा सीधे तौर पर रिश्वत मांग ने का आरोप लगाया गया मामला जिला अधिकारी के समक्ष पहुंचने पर कार्यवाही का अस्वाशन दिया है मगर सोचने वाली बात है कि उसी ग्राम पंचायत सचिव सिखा शुक्ला की दूसरी कम्पलेण्ड और भी की गई जिसमे स्वच्छ भारत मिशन द्वारा शौचायल के लाभार्थी के पैसा गवन का आरोप लगा है लाभार्थी राजिंदर ने जिला अधिकारी को सिखायती पत्र देकर आरोप लगाया है अब सवाल ये उठता है कि आखिर ऐसा क्यों कि दो लोग अलग अलग आरोप लगाया है
मगर सच्चाई यही है कि ग्राम पंचायतों में जमकर घोटाले किये जा रहे है अगर उच्च अधिकारी द्वारा जांच की जाय तो सच्चाई खुल कर सामने आ जायेगी मगर ऐसा नही हो पाता है ब्लाक कर्मचारी द्वारा ही निपटारा करा दिया जाता है ।