कानपूर । यूपी फतेहपुर के कल्लू मर्डर केस में मानव अंग तस्करी का मामला पुलिस के सामने आ रहा है। संवेदनशील मुद्दा होने की वजह से पुलिस मामले को पचाने की कोशिश में है। तस्करी करने वाले गैंग के तार मुंबई और दिल्ली से जुड़े हुए हैं। पीड़ित पक्ष का कहना है कि पुलिस के असफल होने की सबसे बड़ी बात भानुमति की बहन तक न पहुंच पाना है। उसकी बहन के करीबियाें के मुंबई और दुबई में होने की खबर है। नरौली गांव के जमराज के बेटे कल्लू का 25 जनवरी की शाम अपहरण हुआ था। तीन दिन पहले कल्लू की उसके घर के पास लाश बरामद हुई थी। पुलिस ने ललुवा निषाद, उसकी पत्नी भानुमति व बबलू यादव और उसके बड़े भाई दीपू के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। दीपू को छोड़कर बाकी तीनों आरोपियों से पुलिस पूछताछ में जुटी है। कल्लू की गला दबाकर हत्या कि ए जाने की पुष्टि हो चुकी है। उसकी गायब किडनी मानव अंग तस्करी से मामले को जोड़ रही है। पुलिस के हाथ लगे भानुमति के मोबाइल पर मुंबई और दुबई से कॉल पहुंची है। भानुमति की खखरेरू में रहने वाली बहन के करीबियों का लोकेशन भी मुंबई और दुबई है। किडनी प्रत्यारोपण के भी तार जुड़ सकते हैं। भानुमति की बहन को किडनी की जरूरत होने की बात सामने आ चुकी है।
हत्याकांड के खुलासे को कॉल डिटेल खंगाली
किशनपुर थानाक्षेत्र के नरौली के कल्लू हत्याकांड के खुलासे में जुटी पुलिस ने अब सर्विलांस का सहारा लिया है। आरोपियों और उनसे बातचीत करने वाले सभी नंबरों की कॉल डिटेल खंगाली जाने लगी है। घटनाक्रम के ठोस साक्ष्य जुटाने के लिए ललुवा, भानुमति, बबलू के मोबाइल पुलिस ने जब्त किए हैं। तीनों मोबाइल की गहन छानबीन की जा रही है। म
फरार दीपू यादव पर कई आरोप
हत्याकांड में फरार दीपू यादव पर कई आपराधिक आरोप हैं। उसके खिलाफ गांव की दो लड़कियों को भगा ले जाने के मामले दर्ज हैं। इसके अलावा गांव के तीन बच्चों के गायब करने का भी आरोप रहा है। उसने अपने साथी ललुवा के घर में भी डकैती डाली थी। उसको राजनैतिक संरक्षण भी प्राप्त है। जिस वजह से कई बार पुलिस से बच चुका है। इन दिनों इलाके के ही एक दरोगा करीबी भी बना हुआ था।