नई दिल्ली। पहली अप्रैल से रेल यात्रा के साथ-साथ कई सारी चीजें महंगी हो जाएंगी। इसका साफ सीधा असर आम जनता की जेब पर पड़ेगा। बजट के दौरान सरकार ने महंगाई को जो टाइम बम फिट किया था, वह रविवार आधी रात से फट जाएगा।
फरवरी में बजट की घोषणा से पहले और बाद में तमाम चीजों में मूल्य वृद्धि हो चुकी है, फिर भी वास्तविक मूल्य वृद्धि एक अप्रैल यानी नए वित्तीय वर्ष से लागू हो जाएगी। इसके बाद एक झटके में बाजार में कम से कम पांच प्रतिशत की तेजी आना तय है।
सरकार ने इस बजट में एसी रेस्टोरेंट में खाना, विदेशी बाइक और कार में घूमने के साथ ही आम आदमी की भी जरूरत मनोरंजन तक सभी साधनों में अच्छी खासी मूल्य वृद्धि की है। जनता की मुसीबत यह नहीं कि एक अप्रैल से महंगाई बढ़ेगी। दरअसल, कुछ दुकानदारों ने बजट के तुरंत बाद से अपनी चीजों के दाम बढ़ा दिए थे।
अब एक अप्रैल से वे दोबारा उसमें वृद्धि कर लोगों को झटका देने की तैयारी में हैं। कड़ी निगरानी न होने से मूल्यों का आकलन भी नहीं हो पाता है। आईए जानते हैं कल से क्या कुछ हो जाएगा महंगा।
रेल सफर होगा महंगा :-
रेल बजट में घोषित विभिन्न शुल्कों की बढ़ोत्तरी 31 मार्च की मध्य रात्रि से लागू हो जाएगी। इसके बाद तत्काल आरक्षण कराकर यात्रा करने वालों की जेब पर ज्यादा मार पड़ेगी। क्लर्क शुल्क, निरस्तीकरण शुल्क, सुपरफास्ट शुल्क एवं आरक्षण शुल्क में भी बढ़ोत्तरी हो जाएगी। यह किराए का 30 फीसद तक लिया जाएगा।
इस दशा में पीआरएस अथवा आइआरसीटीसी द्वारा पहले से टिकट आरक्षित कराने वाले यात्रियों को शुल्क का अंतर देना पड़ेगा। उन्हें कम से कम 10 रुपये अतिरिक्त खर्च करने पड़ेंगे। यह किराए का अंतर ट्रेन में ही टीटीई वसूलेंगे। किराए की नई दर फीड करने के लिए रविवार मध्यरात्रि 12 से रात एक बजे तक अनारक्षित टिकट सिस्टम (यूटीएस) और रिजर्वेशन काउंटर (पीआरएस) बंद कर दिया जाएगा। इस दौरान यात्रियों को साधारण टिकट ही दिए जाएंगे।
आरक्षित द्वितीय श्रेणी में यह 10 फीसद लिया जाएगा। इसका न्यूनतम एवं अधिकतम शुल्क भी निर्धारित किया गया है। आरक्षित द्वितीय श्रेणी में न्यूनतम दस और अधिकतम 15 रुपये लिया जाएगा। स्लीपर में न्यूनतम 90 एवं अधिकतम 175 रुपये, एसी चेयरकार में न्यूनतम 100 एवं अधिकतम 200 रुपये, एसी तृतीय श्रेणी में न्यूनतम 250 एवं अधिकतम 350 रुपये, एसी द्वितीय श्रेणी एवं एक्जीक्यूटिव श्रेणी में न्यूनतम 300 व अधिकतम चार सौ रुपये लिए जाएंगे।
क्लर्क शुल्क : अनारक्षित टिकट के निरस्तीकरण पर रेलवे 15 रुपये क्लर्क शुल्क काटेगा। पहले यह 10 रुपये प्रति टिकट था। इसके अलावा आरक्षित द्वितीय श्रेणी, स्लीपर, एसी चेयरकार, एसी तृतीय श्रेणी इकोनॉमी, एसी तृतीय श्रेणी, एसी द्वितीय श्रेणी, प्रथम श्रेणी, एसी प्रथम श्रेणी, एक्जीक्यूटिव श्रेणी के प्रतीक्षा सूची एवं आरएसी टिकट को रद कराने पर 20 के बजाय 30 रुपये शुल्क लिया जाएगा।
रदीकरण शुल्क : कनफर्म टिकट के रदीकरण पर भी शुल्क में बढ़ोत्तरी हुई है। द्वितीय श्रेणी के टिकट पर 20 के बजाय 30 रुपये वसूला जाएगा। स्लीपर श्रेणी में 40 की जगह 60 रुपये कटेगा। एसी चेयरकार, एसी तृतीय श्रेणी इकोनॉमी, एसी तृतीय श्रेणी में 60 के बजाय 90 रुपये कटेंगे। एसी द्वितीय श्रेणी, प्रथम श्रेणी में 60 की जगह एक सौ रुपये तथा एसी प्रथम श्रेणी, एक्जीक्यूटिव श्रेणी में 70 के बजाए 120 रुपये काटे जाएंगे।
आरक्षण शुल्क : रेलवे बोर्ड ने द्वितीय श्रेणी व स्लीपर के आरक्षण शुल्क में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की है। लेकिन एसी चेयरकार, एसी तृतीय श्रेणी इकोनॉमी, एसी तृतीय श्रेणी में 25 के बजाय 40 रुपये वसूले जाएंगे। एसी द्वितीय श्रेणी, प्रथम श्रेणी में 25 की जगह 50 रुपये तथा एसी प्रथम श्रेणी, एक्जीक्यूटिव श्रेणी में 35 के बजाए 60 रुपये लिए जाएंगे।
सुपरफास्ट शुल्क : द्वितीय श्रेणी में 10 के बजाय 15 रुपये, स्लीपर श्रेणी में 20 के स्थान पर 30 रुपये, एसी चेयरकार, एसी तृतीय श्रेणी इकोनॉमी, एसी तृतीय श्रेणी, एसी द्वितीय श्रेणी, प्रथम श्रेणी में 30 की जगह 45 रुपये तथा एसी प्रथम श्रेणी, एक्जीक्यूटिव श्रेणी में 50 की बजाय 75 रुपये सुपरफास्ट शुल्क लिया जाएगा।
रेस्तरां में खाना-पीना होगा महंगा :-
बजट में किए गए प्रावधानों से महंगाई की मार किसी एक क्षेत्र में नहीं पड़ने वाली है, बल्कि मनोरंजन से लेकर बातें करना, खाना-पीना व कश लगाना सब महंगा हो जाएगा। जो लोग कार खरीदने की सोच रहे हैं, उन्हें एक बार फिर से अपना बजट चेक करना होगा, वजह कारें भी महंगी हो जाएंगी। प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष, लेकिन जेब कटनी तय है।
बजट से पहले ही बढे़ थे दाम :-
बाजार में डिजिटल टीवी की सुविधा देने वाली निजी कंपनियों ने बजट पूर्व ही अपने बॉक्स के दाम बढ़ाए थे। उस वक्त सभी कंपनियों के बॉक्स की कीमत लगभग 2100 रुपये थी। अब उस पर सरकार ने कस्टम ड्यूटी पांच से बढ़ाकर 15 फीसद कर दी है। यानी अप्रैल के बाद जो लोग सेट टॉप बॉक्स लगाएंगे, उन पर 300 रुपये से ज्यादा का भार पड़ेगा।
वृद्धि पूर्व ही महंगा हुआ कश :-
बजट में सिगरेट के दाम बढ़ाने की घोषणा के बाद से ही कश के दाम बढ़ गए थे। बाजार में आने वाली सभी कंपनियों की सिगरेटों के दाम में एक रुपये तक इजाफ हो गया था लेकिन इसके बाद वास्तविक मूल्य वृद्धि एक अप्रैल को ही साफ होगी। जब सिगरेट कंपनियां भी नए रेट पर माल बाजार में भेजेंगी।
घर सजाना मुश्किल :-
सपनों का घर बनाने में पहले ही जेब ढीली हो रही थी। अगर किसी तरह घर बना भी लिया तो उसे सजाना भी मुश्किल होने वाला है। मार्बल और ग्रेनाइट के रेट भी रुलाएंगे। इसके अलावा अब संपत्तियां खरीदना और बेचना भी मुश्किल होने जा रहा है। 50 लाख रुपये से ऊपर की संपत्ति खरीदने-बेचने के लिए टीडीएस कटवाना होगा। यानी अब 10 करोड़ की संपत्ति इधर से उधर की तो 10 लाख का टीडीएस कटवाना जरूरी होगी।
उछलेगा मोबाइल बाजार :-
ट्राई के कॉल रेट बढ़ाने की चर्चाओं के बीच सरकार ने दो हजार तक सभी मोबाइल बजट में महंगे करने का निर्णय लिया है। इससे मोबाइल बाजार में पांच प्रतिशत तक की वृद्धि होने की संभावना है। फिलहाल कंपनियों ने इस श्रेणी के मोबाइल सेटों की नई रेट लिस्ट जारी नहीं की है मगर मोटा अनुमान सामने है। सरकार ने सेट पर सरचार्ज एक से छह फीसद लगाया है।
महंगी होंगी कार और बाइक :-
तय हो चुका है कि कार और बाइक महंगी हो जाएंगी। अभी तक लोग सोच रहे थे लेकिन अब उन्हें जेब ढीली करनी होगी। विदेशी कार और सुपर बाइक्स पर सरकार ने कस्टम ड्यूटी पूरे सौ फीसद कर दी है। इसके चलते कारें बीस हजार और मोटर साइकिलें आठ हजार रुपये तक महंगी हो जाएंगी।
मेन्यू को लेकर माथापच्ची :-
सरकार ने बजट में एसी रेस्टोरेंट में खाना महंगा करने का निर्णय लिया है। इसके बाद से ही एसी रेस्टोरेंट वाले मेन्यू को लेकर माथापच्ची कर रहे हैं। हालांकि, एक वातानुकूलित रेस्टोरेंट के मैनेजर संदीप सेंगर का कहना है कि अभी तक नई मेन्यू लिस्ट नहीं आई है। फिर भी हर डिश पर दस से पंद्रह प्रतिशत की मूल्य वृद्धि संभावित है। बाकी रेट लिस्ट आने पर साफ होगा।
इंश्योरेंस भी रुलाएगा :-
अप्रैल से वाहनों का थर्ड पार्टी बीमा भी महंगा हो जाएगा। सर्विस टैक्स में भी भारी वृद्धि हुई है। मसलन, 75 सीसी की जिस मोटर साइकिल की बीमार दर 350 रुपये थी, वह बढ़कर 472 हो जाएगी। जितनी भारी बाइक उतना महंगा बीमा। कारों के बीमा प्रीमियम भी लगभग दोगुनों का फर्क होगा। सिर्फ 1500 सीसी कार के रेट में 13 रुपये ही बढ़ाए गए हैं।