श्रीनगर । जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में मंगलवार को आतंकियों के साथ चली सुरक्षाबलों की मुठभेड़ और हिंसक प्रदर्शनों में दो लोगों की मौत हो गई है, जबकि दर्जनभर लोग घायल हैं। यह मुठभेड़ चदूरा इलाके में हो रही है। यहां पर कुछ लोगों ने सुरक्षाबलों पर पत्थर भी फेंके हैं। वहीं दूसरी ओर राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर से राज्य के लोगों से अपील करते हुए कहा है कि उन्हें हिंसा से कुछ हासिल नहीं होने वाला है। इसलिए बेहतर है कि हिंसा छोड़कर बातचीत के रास्ते तलाशे जाएं और विकास की राह पर आगे बढ़ा जाए।
यह मुठभेड़ मंगलवार तड़के उस वक्त शुरू हुई, जब आतंकी शोपियां में दो पुलिस अधिकारियों के घरों में गोलियां चलाते हुए घुस गए। सुरक्षाबलों द्वारा घेरे जाने के डर से बाद में वह गोलियां चलाते हुए वहां से फरार हो गए। फिलहाल बडगाम में उन्हें सुरक्षाबलों ने घेर रखा है और मुठभेड़ जारी है। वहीं दूसरी और पुलवामा के द्रामगाम में एक आतंकी के घर से जवानों को हैंड ग्रेनेड मिला है, जिसको निष्क्रिय कर दिया गया है। हालांकि इस बीच आतंकी वहां से भाग निकलने में जरूर कामयाब रहा।
इसके अलावा दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में अपने भाई मुफ्ती तसदुक के लिए चुनाव प्रचार में जुटी मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के काफिले पर अच्छाबल अनंतनाग में स्थानीय लोगों ने पथराव किया। हालांकि उनके सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें वहां से सुरक्षित निकाल लिया। इसके अलावा पूर्व बीजबेहाडा के दुपतियार इलाके में राजस्व मंत्री अब्दुवल रहमान वीरी के चुनाव प्रचार के लिए पहुंचते ही स्थापनीय लोगों ने नारेबाजी करते हुए पथराव शुरू कर दिया। राजस्वा मंत्री को उसी समय वहां से निकलना पड़ा। लेकिन इसके बाद वहां हुई हिंसक झड़प में दो लोग जख्मी हो गए। गौरतलब है कि कश्मीर घाटी में श्रीनगर व अनंतनाग लोकसभा सीट 9 और 12 अप्रैल को मतदान होगा।
गौरतलब है कि आतंकियों ने सोमवार को दक्षिण कश्मीर के शोपियां के दायरु गांव में पुलिस के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर दिलबर अहमद राथर के घर में घुसकर तोड़फोड़ की। भागने से पहले आतंकियों ने हवा में गोलियां भी चलाई। आतंकियों ने परिजनों को गंभीर परिणामों की धमकी दी और कहा कि दिलबर अपने गुनाहों से तौबा करते हुए नौकरी छोड़ जिहादियों का साथ दे।
इससे पहले गत शनिवार को भी आतंकियों ने बड़गाम में जेलर के घर में घुसकर हमला किया था। दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में सियासी नेताओं व कार्यकर्ताओं को चुनाव प्रक्रिया से दूर रखने व उन्हें निशाना बनाने की फिराक में बैठा लश्कर का स्थानीय आतंकी शाकिर अहमद अपनी राइफल छोड़ भाग निकला। फिलहाल, उसके ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।