जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे वैस बिहार में सियासी पारा चढ़ रहा है. महागठबंधम में शामिल हुए हम के मुखिया जितनराम मांझी ने नया राग छेड़ दिया है. मांझी ने अपनी मांगे सामने रखनी शुरू कर दी है. आज रविवार को पटना में मीडिया से बातचीत में मांझी ने कहा कि महागठबंधन में जल्द क्वार्डिनेशन कमेटी बनाई जा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अब महागठबंधन में जल्द ही सीटों को लेकर बातचीत भी शुरू होगी.
राजनीति संभावना का खेल
उधर सीएम नीतीश कुमार के दोबारा से महागठबंधन में लौटने के सवाल पर मांझी ने कहा कि, सियासत में संभावनाओं का खेल है. वहीं महागठबंधन सीएम कैंडिडेट पर भी मांझी ने पत्रकारों के सवाल का जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि 2020 में तेजस्वी यादव ही सीएम होंगे.
उदय नारायण की रैली पर मांझी का वार
हाल ही में जदयू छोड़ने वाले उदय नारायण चौधरी ने आज पटना के गांधी मैदान में संविधान बचाओ-देश बचाओ रैली बुलाई है. गैर राजनीतिक संगठन वंचित वर्ग मोर्चा के बैनर तले बुलाई गई इस रैली में बड़ी तादाद में दलितों के शामिल होने का दावा किया जा रहा है. लेकिन उदय नारायण चौधरी के इस रैली पर अब पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने बड़ा बयान दिया है.
हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने कहा कि यह रैली उदय नारायण चौधरी के द्वारा किया जाना हंसी की बात है. वह कबसे गरीबों और दलितों के हितैषी हो गए. अगर वह चाहते तो सरकार को चलने देते. मांझी ने उदय नारायण चौधरी के बारे में कहा कि वह रंगे हुए सियार हैं. उन्होंने बिहार में चेहरे की बात पर कहा कि ना नीतीश कुमार और ना नरेंद्र मोदी का चेहरा चलेगा. जो गरीबों का सच्चा हितैषी होगा उसी को जनता चुनेगी.