नई दिल्ली, एजेंसी । सहसों चौकी से कुछ दूर पर थरवई के भोपतपुर गांव में शनिवार सुबह नशे के लती शमशेर कुमार धरिकार (30) को उसके भाइयों और मां ने ही मार डाला। वह सुबह नशे में धुत होकर जमीन बेचने के लिए हंगामा करने लगा तो बौखलाए भाइयों ने भारी पत्थर उठाकर उसके सिर पर पटक दिया। वहीं उसकी मौत हो गई। ग्रामीणों से सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर युवक की मां और दो भाइयों को गिरफ्तार कर लिया।
भोपतपुर गांव निवासी जोखूलाल धरिकार का पांच साल पहले देहांत हो गया था। तब से उसकी पत्नी शांति देवी तीन पुत्रों शमशेर, पवन, साजन तथा बेटी प्रियंका के साथ जीवन यापन कर रही है। प्रियंका का ब्याह हो चुका है। बाकी तीनों बेटे अब तक अविवाहित थे। सबसे बड़ा शमशेर अविवाहित था। वह शराब का लती हो गया। मजदूरी से कमाए सारे पैसे शराब पीने में उड़ा देता। पिछले साल उसने पैतृक संपत्ति में एक हिस्सा बेचा, लेकिन पूरी रकम शराब में गंवा दी। सुबह से लेकर रात तक वह नशे में रहता। बिना वजह घर और बाहर झगड़ा करता था। इधर कुछ दिन से वह मां से जमीन बेचने के लिए कागज मांग रहा था, मगर मां और भाई विरोध कर रहे थे क्योंकि वह फिर पैसे नशे में डुबो देता। ऐसे में वह रोज घर में हंगामा कर रहा था। शनिवार सुबह जगते ही वह मां से जमीन के कागज मांगते हुए झगड़ा करने लगा।
शमशेर ने मारपीट शुरू की तो भाई साजन और पवन भी आपे से बाहर हो गए। मां शांति देवी भी गुस्से से भर गई। दोनों भाइयों ने भारी पत्थर उठाकर शमशेर के सिर पर पटक दिया। उसका सिर फट गया। वहीं उसकी जान निकल गई। गांव वाले जुटे तो 100 नंबर पर खबर दी। खबर पाकर एसपी गंगापार मुन्नालाल थानाध्यक्ष थरवई कमलेश कुमार के साथ पहुंच गए। मां और भाइयों ने कुबूला कि शमशेर को उसकी हरकतों से तंग आकर मार डाला गया। उन तीनों को पुलिस थरवई थाने ले गई। चौकीदार संतराज की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा लिखा। मौके से खून सने पत्थर को कब्जे में लिया गया है।