नई दिल्ली, एजेंसी । जिस तरह दीपावली पर मां लक्ष्मी की कृपा होती है उसी तरह अक्षय तृतीया का दिन भी मां लक्ष्मी का ही माना जाता हैं। इस दिन शुभ मुहूर्त में किए गए सभी काम सफल होते हैं और मां लक्ष्मी का भी घर में आगमन होता हैं।
अक्षय तृतीया ना सिर्फ धन की देवी को मनाने का दिन होता है, बल्कि इस दिन बिना कोई मुहूर्त देखे कोई भी मांगलिक कार्य किया जा सकता है। फिर चाहे वह जमीन जायदाद खरीदना हो या विवाह संबंधी। कई जगह इस दिन को आखातीज, अक्षय तीज के नाम से भी जाना जाता हैंं।
अक्षय तृतीया वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तीसरी तिथि को होती हैं। यानी इस बार यह शुभ दिन 28 अप्रैल को है। पूरा दिन हर कार्य के लिए शुभ होगा। सगाई, विवाह, पढ़ाई, जमीन- जायदाद, मोटर, वाहन, सोना- चांदी खरीदने से लेकर पूजा- पाठ और धार्मिक आयोजन के लिए यह दिन विशेष लाभकारी है।शुक्रवार को है। पूरा दिन हर कार्य के लिए शुभ होगा। सगाई, विवाह, पढ़ाई, जमीन- जायदाद, मोटर, वाहन, सोना- चांदी खरीदने से लेकर पूजा- पाठ और धार्मिक आयोजन के लिए यह दिन विशेष लाभकारी है।
जानें मुहूर्त का समय
सोना खरीदना शुभ होता है। पूजा का शुभ मुहूर्त अक्षय तृतीया पूजा का शुभ मुहर्त 28 अप्रैल को सुबह 10 : 29 से लेकर दोपहर 12:18 तक का हैं।
सोना खरीदने का सही समय
सुबह का मुहूर्त (चर, लाभ, अमृत)- 10: 29 से 10: 41 तक
दोपहर मुहूर्त (शुभ)- 12: 19 से 01:57 तक
दोपहर मुहूर्त (चर)- 05:13 से 06:51 तक
रात का मुहूर्त (लाभ) – 09: 34 से 10: 56 तक
रात का मुहूर्त (शुभ, अमृत, चर)- 12: 18 से सुबह 4: 24 ( 29 अप्रैल)
सुबह का मुहूर्त – 05:46 से 06:55 ( 29 अप्रैल)