नई दिल्ली, एजेंसी । पूर्वोत्तर रेलवे के इलाहाबाद-वाराणसी रेलमार्ग पर माधोसिंह और अलमऊ हाल्ट के बीच गोरीडीह मानवरहित रेलवे क्रॉसिंग पर शनिवार की शाम एक कार की ट्रेन से भीषण टक्कर हो गई। इससे कार में सवार पांच लोगों की मौत हो गई। टक्कर इतनी भयंकर थी कि कार के परखचे उड़ गए और ट्रेन के इंजन में आगे लगा कैटल गॉर्ड टूटकर अलग हो गया। घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन और रेलवे के कई अधिकारी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
वाराणसी शहर के दुर्गाकुंड निवासी बालकृष्ण तिवारी शनिवार को अपनी लड़की का तिलक चढ़ाने के लिए मिर्जापुर जिले के चेतगंज क्षेत्र के पखवइया गांव जा रहे थे। तिवारी एक कार में आगे-आगे चल रहे थे, जबकि अन्य चार कारें उनके पीछे थीं। उनके साथ मिर्जापुर के कछवां थानाक्षेत्र के आहीं बनवा गांव निवासी सतीश तिवारी (30), विवेक तिवारी (28), रामसजीवन (30), प्रदीप तिवारी (35) और अजीत तिवारी (38) एक स्विफ्ट डिजायर कार यूपी 65 बीडी 1645 में सवार होकर जा रहे थे। बताते हैं कि औराई-मिर्जापुर रोड पर निर्माण कार्य चलने के कारण कार सवार घोसिया-जयरामपुर रोड से होकर जा रहे थे। शाम करीब पांच बजे जैसे ही उनकी कार गोरीडीह रेलवे क्रॉसिंग पर पहुंची, उसी समय इलाहाबाद से वाराणसी की तरफ जा रही 12334 विभूति एक्सप्रेस ट्रेन से टक्कर हो गई।
टक्कर के बाद कार ट्रेन के इंजन में फंसकर तकरीबन चार सौ मीटर तक घिसटती चली गई। इससे ट्रेन का कैटल गॉर्ड टूटकर इंजन से अलग हो गया। तब तक कार सवार पांचों लोग कार में फंसकर घिसटते रहे और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। घटना की खबर मिलते ही रेल प्रशासन में खलबली मच गई। पुलिस कप्तान डीपीएन पांडेय के साथ औराई, गोपीगंज और ऊंज थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई। शवों को कब्जे में लेकर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस दौरान लगभग डेढ़ घंटे तक विभूति एक्सप्रेस घटनास्थल पर खड़ी रही।