बहुजन समाजवादी पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस को लुभाने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है, ताकि बसपा-कांग्रेस गठबंधन में किसी प्रकार का कभी कोई दरार नहीं आएं। पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने अपने पार्टी के शीर्ष नेता को इस वजह से बाहर निकाल दिया क्योंकि वह अपने गठबंधन सहयोगी के अध्यक्ष के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।
आपको बता दें कि बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने राहुल गांधी को विदेशी मां की औलाद बताने वाले जयप्रकाश सिंह को पार्टी से बाहर कर दिया है। मायावती ने कहा कि बसपा में अनुशासनहीनता को ना तो पहले कभी बर्दाश्त किया है और ना ही आगे कभी इसे सहन किया जाएगा।
आपको यह भी बता दें कि बसपा के अब पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व नेशनल कोआर्डिनेटर जयप्रकाश सिंह को पहले सभी पार्टी पदों से हटाया गया और अब बसपा से भी निकाल दिया गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को व्यक्तिगत तौर पर आक्षेप करते हुए उन्हें ‘गब्बर सिंह भी कहा था।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने जय प्रकाश सिंह को पार्टी से निकालते हुए कहा कि यह साफ कर दिया है कि पार्टी में परिवारवाद, जातिवाद के साथ व्यक्तिगत स्वार्थ, व्यक्तिगत लांछन व छींटाकशी करने वालों के लिए कोई जगह नहीं है। अब देखना है कि मायावती के इस कदम से कांग्रेस का दिल कितना पशिजता है और बसपा को कितनी अहमियत मिलती है।