बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के लिए गठबंधन करने के संकेत दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने कुछ शर्तें भी रखी हैं। मायावती ने गठबंधन का इशारा लखनऊ में नगर निकाय चुनाव को लेकर हुई बैठक के दौरान दिया है।
बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कहा कि भाजपा जैसी साम्प्रदायिक दल को सत्ता में आने से रोकने के लिए बसपा गठबंधन के लिए भी तैयार है। लेकिन बसपा ऐसा तभी करेगी, जब सेक्युलर पार्टी के साथ गठजोड़ होगा और सम्मानजनक सीटों का बंटवारा होगा।
भाजपा पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा कि मौजूदा समय में केंद्र की नरेंद्र मोदी और यूपी की योगी आदित्यनाथ की सरकार जनता को ठगने का काम कर रही है। दोनों का काम जनता को परेशान करना और साम्प्रदायिकता फैलाकर माहौल खराब करना रह गया है।
इसके साथ ही बसपा में परिवारवाद के मुद्दे पर मायावती ने सफाई देते हुए कहा कि यह विरोधियों का दुष्प्रचार है। बसपा संगठन में भाई और भतीजे के सहारे नहीं, बल्कि जुझारू और परिपक्व नेताओं को आगे बढ़ा रही है।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि संघर्षशील नेतृत्व तैयार करने की दिशा में पार्टी काम कर रही है। उन्होंने कहा कि आनंद कुमार को मजबूरी में पार्टी की जिम्मेदारी दी गई है, जबकि उनके बेटे आकाश अभी अपनी पढ़ाई कर रहे हैं। उन्हें पार्टी में कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई है।