सीतापुर-अनूप पाण्डेय,विमल मिश्रा/NOi- उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर के मिश्रित केंद्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लाखो रुपयों की सरकारी धनराशि खर्च कर ग्राम पंचायतों को हर सुख सुबिधाओं से लैस कराने का सफल प्रयास किया जा रहा है शासन की मंशा साफ है कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले गरीब , पिछड़े व असहॉय लोगों का समुचित विकास हो और उनकी समस्याओं का बेहतर समांधान हो सके परन्तु विकासखण्ड मिश्रित में भ्रष्टाचार इस कदर हावी है कि यहां की ग्राम पंचायत रमुवापुर में विकास कार्य सिर्फ सरकारी अभिलेखों पर ही हो रहे है जमीनी हकीकत पूरी तरह से सुन्य बनी हुई है गौरतलब हो विकासखण्ड मिश्रित की ग्राम पंचायत रमुवापुर में वर्तमान प्रधान रामदास द्वारा चतुर्थ / चौदहवें वित्त आयोग के अंतर्गत ग्राम पंचायत में विभिन्न विकास कार्यों को कराने हेतु लाखो रुपयों की सरकारी धनराशि खर्च की गयी है फिर भी धरातल पर कोई बिकास कार्य दिखाई नही दे रहे है सभी विकास कार्य सिर्फ सरकारी अभिलेखों तक ही सिमट कर रह गए हैं गांव में रात्रिकालीन रोशनी हेतु विद्युत एवं सोलर स्ट्रीट लाइटों को लगवाने के नाम पर लाखों रुपयों की सरकारी धनराशि आहरित की गई है परन्तु ग्राम पंचायत में कहीं भी विद्युत स्ट्रीट लाइट व सोलर लाइटें लगी दिखाई नहीं दे रही हैं एक दो लगी भी है वह सांसद निधि से लगवायी गयी है वहीं इंडिया मार्का हैण्डपम्प मरम्मत कार्य व ग्राम पंचायत में तालाब भराने के नाम पर भी लाखों रूपयों की धन राशि का गमन किया गया है इतना ही नही ग्राम पंचायत में बाल पेंटिग व प्रशासनिक पेमेंट के नाम पर लाखों रुपये की हेरा फेरी की गई है नाली ,खड़ंजा आदि निर्माण कार्य पूर्व में कराये गए कार्यों को ही नयी कार्य योजना में दर्शाकर सरकारी धन का गोलमाल किया गया है ठेलिया एवं साफ सफाई किट के नाम पर भी लाखों रुपए की सरकारी धनराशि आहरित कर गमन की गई है यह तो मात्र बांनगी भर है अगर इस ग्राम पंचायत में सभी बिकास योजनाओं की शासन द्वारा निष्पक्ष जांच कराई जाए तो भ्रष्टाचार का एक बहुत बड़ा मामला उभर कर सामने आ जायेगा इस लिए यहां के सभी ग्रामीणों ने जिला प्रशासन व प्रदेश शासन का ध्यान इस ओर आकर्षित कराते हुए किसी निष्पक्ष जांच एजेंसी से स्थलीय निरीक्षण कराकर कार्यवाही करने की मांग की है ताकि प्रधान और ग्राम विकास अधिकारी द्वारा किए गये सरकारी धन का गोल माल खुलकर सबके सामने आ सके इस सम्बंध में खण्डविकास अधिकारी से जब बात की गई तो उन्होने बताया है कि उन्हें ऐसी कोई जानकारी नहीं है अगर ग्राम पंचायत में सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया है तो स्थलीय निरीक्षण करके सक्त कार्यवाही की जाएगी /