नई दिल्ली ,NOI । टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का मानना है कि वो टीम इंडिया के सबसे सफल कप्तान साबित हो सकते हैं। धोनी का मानना है कि कोहली टीम को काफी ऊंचाई पर लेकर जा सकते हैं। इसके अलावा धोनी ने यह भी बताया कि उन्होंने कप्तानी क्यों छोड़ी।
पुणे में प्रेस कॉन्फ्रेंस दौरान धोनी ने कहा कि उन्होंने कप्तानी की दौरान अच्छे और बुरे दोनों दौर देखे हैं। धोनी ने बताया कि वो टीम की जरूरत के हिसाब से बल्लेबाजी क्रम में बदलाव करते रहे और खुद को ऊपर या नीच प्रमोट करते रहे। धोनी ने कहा कि वो नंबर 3 और 4 की जगह उन खिलाड़ियों को देना चाहते थे, जो ज्यादा प्रतिभाशाली थे।
कोहली की टीम को भविष्य ते लिए शुभकामनाएं देते हुए धोनी के कहा, “विराट और उनकी टीम मुझसे भी ज्यादा मैच जीतेंगे। यह टीम दुनिया की सबसे सफल टीम साबित होगी। इस टीम के पास अनुभव और काबिलियत दोनों ही हैं। इस टीम ने नॉकआउट टूर्नामेंट के अलावा दबाव में खेला है। यह टीम इतिहास लिखने के काबिल है।”
एक टीम में दो कप्तान नहीं चल सकते
अपने कप्तानी के बार में भी धोनी ने काफी कुछ कहा। धोनी ने बताया कि साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के बाद उन्होंने कप्तानी छोड़ने का फैसला कर लिया था। धोनी ने कहा कि साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के बाद उन्होंने कप्तानी छोड़ने को फैसला किया था और इस बारे उन्होंने बीसीसीआई को भी बताया था। धोनी ने माना की तीनों फॉर्मेट में एक ही कप्तान होना चाहिए।
महेंद्र सिंह धोनी ने कहा, “मैं स्प्लिट कप्तानी में यकीन नहीं रखता। एक टीम के लिए एक ही कप्तान होना चाहिए। अलग कप्तानों की पॉलिसी भारत में नहीं चलेगी। मैं सही वक्त का इंतजार कर रहा था। मैं चाहता था कि विराट के लिए चीजें आसान हो जाएं। मुझे आगे बढ़ने के लिए यह उपयुक्त समय लगा।”
धोने के अनुसार एक ही खिलाड़ी को टीम का नेतृत्व करना चाहिए। जब से विराट ने टेस्ट कप्तानी संभाली थी, यह उनके विचार में था। यह कोहली के लिए सीमित ओवरों की कप्तानी संभालने के लिए बेस्ट टाइम था।
कहीं भी बल्लेबाजी करने के लिए तैयार हूँ
धोनी से पूछा गया कि कप्तानी छोड़ने के बाद उन्हें कैसा लग रहा है और वो टीम में क्या भूमिका अदा करेंगे। इस पर उन्होंने कहा कि विकेटकीपर हमेशा टीम के उपकप्तान की भूमिका अदा करता है। उसकी नजर हमेशा इस बात होती है कि कप्तान क्या चाहता है। उन्होंने कहा कि वो विराट को समय-समय पर सुझाव और राय देते रहेंगे।
नए कप्तान विराट कोहली के साथ रिश्तों पर धोनी ने कहा, “हमारे बीच आपसी आदर का संबंध है। हम काफी नजदीक हैं। विराट हमेशा से अपना खेल बेहतर करना चाहते थे और इसलिए वो अकसर बात किया करते थे। हम आपस में काफी बात करते हैं। कोहली की क्रिकेटिंग सोच उम्दा है। मेरा काम विकेट के पीछे से उनका सहायता करने का होगा।”
धोनी ने कहा कि उन्हें बतौर कप्तान किसी भी बात का मलाल नहीं है और इस बात की खुशी है कि नए खिलाड़ियों ने खेल के स्तर को काफी बढ़ाया है। इस सफर में काफी कुछ अच्छा हुआ। यह सफर शानदार रहा। धोनी ने कहा कि टीम की जरूरत के हिसाब से वो किसी भी नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए तैयार हैं।