समाजवादी पार्टी में तकरार बुधवार को एक बार फिर सामने आई जब समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने बेटे और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को लोकसभा चुनाव में गठबंधन न करने की हिदायत दी.
गाजियाबाद में पूर्व एमएलसी आशु मलिक के घर एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे मुलायम ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, “मैं गठबंधन के पक्ष में नहीं हूं. अगर रामगोपाल और अखिलेश किसी से भी गठबंधन करेंगे तो मुझे कोई और फैसला लेना पड़ेगा.”
मुलायम ने कहा कि अपने दम पर विधानसभा चुनाव लड़कर सरकार बनाई, लेकिन गठबंधन किया तो हार गए. दरअसल मुलायम का बयान पटना में 27 अगस्त को होने वाली लालू यादव की महारैली से जुड़ा था. इस रैली में अखिलेश यादव भी शामिल हो रहे हैं. इसके अलावा अखिलेश कई बार कह चुके हैं कि सपा और कांग्रेस का गठबंधन किसी भी हालत में नहीं टूटेगा. इतना ही नहीं वे बीजेपी को हराने के लिए किसी भी गठबंधन के साथ होंगे.
प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर मुलायम ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पांच माह में अपराध बढ़े हैं जिसके लिए सरकार दोषी है. अपराध पर लगाम लगाने में सरकार नाकाम साबित हो रही है.
हालांकि तीन तलाक के मुद्दे पर उन्होंने सधा हुआ जवाब दिया. उन्होंने कहा कि मुसलमानों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को सहर्ष स्वीकार किया है. सभी के फैसले का सम्मान करना चाहिए. अगर फैसला मुसलमानों के हित में नहीं होता तो वे विरोध में उतर आते.