दीपक ठाकुर-NOI।
सपा जनक रहे मुलायम सिंह यादव को अपने बेटे की करनी पे नाज़ होने की बजाए शर्म सी महसूस हो रही है इसका खुलासा आज खुद मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश के सामने किया।अपने कार्यालय में एक पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए खुद मुलायम सिंह ने कहा कि सपा खुद में इतनी काबिलियत रखती है कि वो प्रदेश में अकेले सरकार बना चुकी है और बना भी सकती है मगर खुद पार्टी के कुछ लोगों ने सपा को कमज़ोर करने का काम किया किया जिसका खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ रहा है।
सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव का साफ इशारा अपने होनहार पुत्र अखिलेश यादव की तरफ था जिन्होंने बिना पिता जी की मंजूरी के आधी सीटें बसपा को सौगात में दे दी शायद उनके मन मे ये डर था कि अकेले दम पे उनकी पार्टी प्रदेश में बहुमत नही पा सकती क्योंकि भाजपा यहां मज़बूती से अपने पैर जमा चुकी है।लेकिन ये अखिलेश की सोच थी जो बसपा के लिए कारगर साबित हो सकती है लेकिन उसके दिल का हाल पूछिये जिसने सपा का उत्तर प्रदेश में एक बड़ी पार्टी के तौर पे कई बार प्रस्तुत किया है वो है सपा जनक मुलायम सिंह यादव।
मुलायम सिंह यादव ने आज भरी सभा मे ये इशारा कर दिया कि उनका बेटा और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश भाजपा से डरा हुआ है और यही वजह है कि उसने अपनी आधी सीट बसपा के हवाले कर दी,मुलायम सिंह को ये उम्मीद था कि सपा अकेले भाजपा से टक्कर ले सकती है
लेकिन अखिलेश को योगी से डर था कि कहीं योगी उनके मंसूबों पे पानी ना फेर दे जिस कारण इस बार कांग्रेस को छोड़कर सपा के नए सुप्रीमो अखिलेश यादव ने बसपा से गठबंधन करने का ये नया दांव खेला है।सूत्रों की माने तो ये दांव भी अखिलेश को वैसे ही भारी पड़ने वाला है जैसा कांग्रेस के साथ हुआ था लेकिन नया खून है नई उमंगे जिसके आगे बाप भी हार मान गया तो हमारी क्या औकात है।