जमात-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना सुहैब कासमी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सूर्य नमस्कार और नमाज में समानता वाले बयान का समर्थन किया है। उनका कहना है कि हर धर्म लोगों को शांति की शिक्षा देता है और योगी आदित्यनाथ का यह कथन राष्ट्र को एकजुट करने में मदद करेगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नमाज़ और सूर्य नमस्कार को मिलता-जुलता स्वरूप बताया है। उन्होंने कहा कि राजनीति दोनों को एक नहीं होने देती। लखनऊ में चल रहे योग महोत्सव के दौरान योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सूर्य नमस्कार में जितने आसन और मुद्राएं आती हैं, वही मुस्लिम बंधुओं के नमाज़ पढ़ने की क्रिया से मिलती-जुलती हैं।
मौलाना कासमी ने कहा, ‘योगी आदित्यनाथ का बयान काबिले तारीफ है, जिससे राष्ट्र में एकजुटता बढ़ेगी। हर धर्म लोगों को शांति का संदेश देता है। एक-दूसरे के साथ प्यार से रहने सिखाता है।’ मेरा मानना है कि हर धर्म के लोगों में इबादत करने का तरीका मिलता-जुलता होता है, क्योंकि ईश्वर एक हैं। योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी यही मानना है, इसके लिए दोनों की सराहना होनी चाहिए।