श्रावस्ती : सीमावर्ती ब्लॉक क्षेत्र सिरसिया के सोहेलवा जंगल से सटे गांव मेड़किया में तेंदुए का आतंक तीन दिनों से जारी है। गांव में तेंदुए ने घुस कर एक बछड़े को अपना निवाला बना डाला। तेंदुए के लगातार हो रहे हमले से ग्रामीणों में दहशत है। वहीं शुक्रवार गांव में घुसे तेंदुए को वन विभाग की सुरक्षा टीम ने पिंजड़े में कैद कर लिया था जिसे शनिवार को बलरामपुर के डीएफओ की मौजूदगी में पूर्वी सोहेलवा जंगल में स्थित रजिया ताल के पास छोड़ दिया गया।
ब्लॉक क्षेत्र सिरसिया के मेड़किया गांव में तेंदुए का आतंक लगातार जारी है। शुक्रवार की रात अचानक गांव में एक तेंदुआ घुस आया और गांव में बंधे मवेशियों पर हमला बोल दिया। तेंदुए ने घर के बाहर बंधी विश्राम पुत्र फेरू की बछिया को उठा ले गया। तेंदुए के हमले से जंगल से सटे गांवों के ग्रामीण दहशत में है। वहीं शुक्रवार की रात मेड़किया गांव से वन, पुलिस टीम व एसएसबी आठवीं वाहिनी के जवानों ने लगभग 12 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद तेंदुए को पिंजड़े में कैद किया था। इसे पूर्वी सोहेलवा के रजिया ताल के पास बीट संख्या 32 के निकट शनिवार की सुबह बलरामपुर के डीएफओ मनीष मित्तल के दिशा निर्देशन में छोड़ दिया गया। इस दौरान पूर्वी सोहेलवा के रेंजर ओपी मिश्र, पश्चिमी सोहेलवा के रेंजर एके पांडेय, डिप्टी रेंजर सियाराम, राम लगन तिवारी, अक्कू यादव समेत अन्य वन कर्मी मौजूद रहे। बलरामपुर के डीएफओ मनीष मित्तल ने अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को निर्देश दिया कि वे जंगल से सटे गांव के ग्रामीणों को जागरुक करें तथा ग्रामीणों से कहा कि वे संरक्षित वन क्षेत्र में न जाएं।
जंगल से सटे गांवों में दहशत
श्रावस्ती : सोहेलवा जंगल से सटे गांवों में जंगली जानवरों का खौफ ग्रामीणों के सिर चढ़ कर बोल रहा है। शाम होते ही ग्रामीण इस गर्मी में भी घरों को दुबक रहे हैं। वहीं एक तेंदुआ पिंजड़े में कैद था तो दूसरे ने फिर उसी गांव में कुछ घंटे बाद ही बछिया पर हमला कर उसे उठा ले गया। इससे आसपास के गांवों के ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है।
सूखे पड़े तालाब
श्रावस्ती : पूर्वी सोहेलवा में लगभग कई हेक्टेअर में फैले वन घोघवा बांध सूख गया है। इससे वन्य जीवों को प्यास बुझाने के लिए गांवों की ओर रुख कर रहे हैं। जंगल से सटे ग्रामीणों का कहना है कि जब जंगल में स्थित तालाबों में पानी भरवा दिया जाए तो जंगली जानवर रुख नहीं करेंगे