नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव में अपने उम्मीदवार को लेकर बीजेपी ने अपने पत्ते खोल दिए हैं। एनडीए की तरफ से रामनाथ कोविंद को उम्मीदवार बनाया है। इस ऐलान के बाद बयानबाजी का दौर शुरु हो गया। कोई पार्टी इस चेहरे का सपोर्ट कर रही तो कोई इसका विरोध जता रही। अब बीजेपी के अंदर से ही रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाए जाने के खिलाफ आवाज उठी है। अभिनेता और बीजेपी सांसद शत्रुघन सिन्हा ने इस मामले में अपनी आवाज उठाई है और कोविंद को उम्मीदवार बनाए जाने का विरोध किया है।
शत्रुघन सिन्हा ने सीनियर नेता लाल कृष्ण आडवाणी का साथ भी दिया
शत्रुघन सिन्हा ने ट्वीट करके बीजेपी के सीनियर नेता लाल कृष्ण आडवाणी का साथ भी दिया। सिन्हा ने कई सारे ट्वीट करते हुए सबसे पहले रामनाथ कोविंद के चुने जाने पर उनको बधाई दी। लेकिन फिर उन्होंने कहा कि पार्टी इस फैसले को थोड़ा और पारदर्शी और सही तरीके से कर सकती थी। सिन्हा के मुताबिक, बीजेपी राष्ट्रपति उम्मीदवार चुनने से पहले बाकी पार्टियों से मिलने में ज्यादा वक्त खराब कर रही थी।
शत्रुघन ने लाल कृष्ण आडवाणी को दोस्त, दार्शनिक, गाइड, गुरु और अंतिम नेता भी बताया। शत्रुघन से पहले ऐसे ही आरोप बीजेपी की साथी पार्टी शिवसेना ने लगाए थे। शिवसेना ने कहा था कि कोविंद का नाम उनको मीडिया और विपक्ष के नेताओं द्वारा पता लगा था जबकि बीजेपी नेता इन दिनों बाकी पार्टी के नेताओं के साथ बातचीत में व्यस्त थे। शिवसेना ने कहा था कि उनको कोविंद का नाम नहीं सुझाया गया था।