नई दिल्ली: डोकलाम पर विवाद के खत्म होने के बाद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चीन के दौरे से पहले चीनी मीडिया ने भी अपने रुख में नरमी दिखाई है।
चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स में छपे एक आर्टिकल में भारत और हिंदुत्व की प्रशंसा की गई है। प्रधानमंत्री मोदी अगले हफ्ते ब्रिक्स सम्मेलन के लिए चीन जाने वाले हैं।
ग्लोबल टाइम्स में छपे लेख में कहा गया है कि भारत में इस्लामिक चरमपंथ यहां मौजूद हिंदुत्व के कारण नहीं पनप सका। लेख में हिंदुत्व की प्रशंसा करते हुए कहा गया है कि कैसे यह धर्म की पहचान से भी आगे बढ़ते हुए जीवनशैली और सामाजिक व्यवस्था में तबदील हो गया।
यह लेख 1995 में आई फिल्म ‘बॉम्बे’ का जिक्र करते हुए शुरू होता है। यह फिल्म एक मुस्लिम महिला और एक हिंदू युवक की कहानी है जो एक-दूसरे के प्यार में गिरफ्तार होते हैं और फिर अपने-अपने परिवार की मर्जी के खिलाफ जाकर शादी करते हैं।
बाद में दोनों एक सांप्रदायिक दंगे की में फंसते हैं। फिल्म 1992 में हुए दंगे पर आधारित है। बहरहाल, चीनी अखबार के आर्टिकल में कहा गया है कि यह फिल्म इस सवाल का जवाब है कि क्यों भारत में दूसरे देशों से इतर कट्टर इस्लाम अपनी जगह नहीं बना पाया।
लेख में कहा गया है कि एशिया के दूसरे देशों में मौजूद इस्लामिक संगठन की बजाय भारत में ऐसे कट्टर संगठन नहीं के बराबर हैं।
लेख में फिलिपींस का देते हुए कहा गया है कि कैसे वहां इस्लामी चरमपंथियों ने पूरे क्षेत्र को बर्बाद कर दिया।
चीनी अखबार ने भारत की सराहना करते हुए लिखा है, ‘पूरी दुनिया ने इस पर गौर किया है। इस्लामी चरमपंथ की भारत में नहीं के बराबर मौजूदगी ने उसे एशिया में अहम बनाया है। जब एशिया से जुड़ी नीति की बात होती है तो अमेरिका, जापान, रूस और यूरोपीय देश भी इसे लेकर भारत का महत्व समझते हैं।’