लंदन – कीचड़ के 30 फीट गहरे गढ्डे में गिरे चीन के एक किसान को चार घंटों के अथक प्रयास के बाद जीवित निकाल लिया गया। यह बुजुर्ग कीचड़ के इस गढ्डे में मुंह तक धंस गया था। चान लाई नाम के इस किसान ने उसे बचाने वाले अग्निशमन कर्मियों को देवदूतों की संज्ञा देते हुए कहा कि उन्हीं की बदौलत आज वह जिंदा है।
घटना दक्षिणी चीन की है। यहां के सिचुआन प्रांत स्थित निजिंग गांव के खेतों से जब 62 वर्षीय यह बुजुर्ग घर लौट रहा था, तभी दुर्घटनावश उसका पैर फिसल गया और वह कीचड़ के कुंए में तेजी से धंसने लगा। जब तक अग्निशमन कर्मी घटनास्थल पर पहुंचे चान लाई नाम का यह किसान 30 फीट गहरे इस गढ्डे में मुंह तक धंस चुका था। गांव वाले जैसे-जैसे उसे गढ्डे से बाहर खींचने का प्रयास करते वह फिसल कर छूट जाता और फिर से कीचड़ में धंसने लगता था।
अग्निशमन दल के कर्मियों ने उसे बचाने के लिए पहले तो पंपों के जरिए कीचड़ को बाहर निकालने की कोशिश की लेकिन जब पंप चोक होने लगे तो उस गढ्डे के बगल से एक और गढ्डा खोदा गया और नाली बनाकर कीचड़ को दूसरे गढ्डे में पहुंचाया गया। इस पूरे ऑपरेशन में चार से पांच घंटे का समय लगा।
बीच-बीच में ऐसी स्थिति भी आई जब वह सिर तक कीचड़ में घुस गया और ऐसा लगा कि अब उसकी कीचड़ में ही कब्र बन जाएगी लेकिन उसे खींच-तान कर किसी तरह कीचड़ से बाहर रखा गया और बाद में सकुशल बाहर निकाल लिया गया।