नई दिल्ली, एजेंसी । उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के ताड़ीघाट-बारा मार्ग के चलते अभी कुछ दिनों पूर्व गहमर थाना फूंका गया और न जाने कितने लोग इस खराब सड़क के चलते अपनी जान गंवा चुके हैं।
एक बार फिर विवाद का कारण बना है। मतदाता मतदेय स्थल पर पहुंच सकें इसके लिए जिलाधिकारी ने कुछ दिनों पूर्व ताड़ीघाट-बारा मार्ग पर हुए बड़े-बड़े गड्ढों को भरने का निर्देश पीडब्लूडी को दिया था। कल जिलाधिकारी ने इस मार्ग का निरीक्षण किया और गड्ढों के देखकर उनका पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उन्होंने तत्काल अधिशासी अभियंता वेद नारायण को मौके पर बुलाया और उन्हें तथा जेई के साथ ही ठेकेदार को गहमर थाने के हवाले कर दिया।
थाने में 17 घंटे रखा कैद
जिलाधिकारी द्वारा अधिशासी अभियंता को पुलिस को सौंपे जाने की सूचना जैसे ही विभागीय कर्मचारियों को मिली वो गहमर थाने पहुंचे पर उनसे कहा गया कि अधिशासी अभियंता हवालात में हैं। इससे आक्रोशित कर्मचारी और अधिकारी आज काम का बहिष्कार करते हुए धरने पर बैठ गये। कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष अम्बिका दुबे ने कहा जब तक जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री को जिले से हटाया नहीं जायेगा तब तक जिले का कोई कर्मचारी चुनाव प्रशिक्षण या चुनाव प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लेगा।
चुनाव का पूरी तरह से बहिष्कार किया जायेगा। पीड़ित अधिशासी अभियंता ने कहा कि उन्हें अपनी बात कहने का मौका नहीं दिया गया और सीधा पुलिस को सौंप दिया गया। 17 घंटे तक मुझे थाने में बैठाये रखा गया और अपराधी की भांति व्यवहार किया गया।
राज्य कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष अम्बिका दुबे ने चेतावनी देते हुए कहा अगर डीएम को हटाकर उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो चुनाव का बहिष्कार किया जायेगा।