लखनऊ। समाजवादी पार्टी संस्थापकों में से एक स्व. मोहन सिंह की चौथी पुण्यतिथि पर आज पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं को नकली समाजवादियों से सावधान रहने को कहा और समाजवादी सोच और आंदोलन ही आज की स्थितियों में एकमात्र राजनीतिक विकल्प बताया। इस मौके पर आज मोहन सिंह के पुराने साथियों मुलायम सिंह यादव, शिवपाल यादव और आजम खां में कोई भी नहीं था। इससे पहले मुलायम या शिवपाल में कोई न कोई मोहन सिंह की पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में शामिल होता रहा है।
लखनऊ में श्रद्धांजलि सभा में अखिलेश ने कहा कि हमारे सामने बड़ी लड़ाई है। 2019 में लोकसभा चुनाव और 2022 में विधानसभा चुनाव है। हमारी लड़ाई भाजपा से है और समाजवादी ही उन्हें चुनौती देने की ताकत रखते हैं। लोहिया, जेपी, जनेश्वर मिश्र और मोहन सिंह को याद करते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा कि इस समय समाज में बंटवारा करने की साजिशें हो रही हैं। किसान, नौजवान, महिला एवं गरीब किसी के साथ न्याय नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपाई जादू टोना जानते हैं। मैं उस रास्ते पर नहीं जा सकता हूं। मैैं सिर्फ विकास जानता हूं। समाजवादी सरकार बनने पर हम फिर उत्तर प्रदेश का विकास करेंगे।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने विकास रोक दिया है। सबका साथ सबका विकास के नाम पर धोखे की राजनीति हो रही है। छह माह में प्रदेश काफी पीछे चला गया है। प्रदेश में लगातार हत्याएं हो रही हैैं। पूर्वांचल में बच्चों की मौतें हुईं और सरकार ने पीडि़त परिवारों की मदद नहीं की। कहा कि नोटबंदी ने अर्थव्यवस्था को चौपट कर दिया है तो वित्तीय कुप्रबंधन से जीडीपी में गिरावट आ गई है।
इस अवसर पर स्व. मोहन सिंह की पुत्री कनक लता सिंह, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सांसद किरनमय नंदा, नेता प्रतिपक्ष विधानसभा राम गोविंद चौधरी, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय, नेता विधान परिषद अहमद हसन, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, पूर्वमंत्री राजेंद्र चौधरी एवं बलवंत सिंह रामूवालिया, पूर्व सांसद रामजी लाल सुमन, तथा एसआरएस यादव एवं विधान परिषद सदस्य अरविंद कुमार सिंह भी मौजूद थे।