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Wednesday, September 11, 2024

यूपी उपचुनाव में मिली हार का ज़िम्मेवार…

दीपक ठाकुर:NOI।

केंद्र की सत्ता अगर आसानी से हासिल करनी है तो यूपी में अच्छी सीटें लाना लाज़मी है क्योंकि उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें है जो केंद्र में सत्ता दिलाने और बेदखल करने के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होती है।

2014 में हुए लोकसभा चुनाव में इसी उत्तर प्रदेश से मिली बड़ी जीत ने ना सिर्फ यूपीए सरकार को उखाड़ फेकने का काम किया था वही भाजपा को अकेले दम पर सरकार बनाने की शक्ति भी प्रदान कर दी थी मगर इन चार सालों में भाजपा का प्रदर्शन यूपी की जनता को शायद रास नही आ रहा है शायद भाजपा जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने में नाकाम साबित हो रही है और शायद यही वजह है कि भाजपा से सपा ने नूरपुर सीट छीन ली और कैराना पर भी उसको विजय पताका फहराने से रोक दिया है।

यहां हम बिहार की भी बात जरूर करेंगे क्योंकि बिहार राज्य से 40 सीट लोकसभा जाने का सफर आसान बनाती है पर यहां भी उपचुनाव में नतीजा ऐसा नही आया जिससे भाजपा खुश होकर अपनी पीठ थपथपाए लेकिन भाजपा भी अभी हथियार डालने के मूड में ज़रा भी नही दिखाई दे रही है ऐसा देश के ग्रह मंत्री और लखनऊ से सांसद राजनाथ सिंह के बयान से साफ जाहिर हो रहा है जो उन्होंने उपचुनाव में मिली हार पर दिया है।राजनाथ सिंह ने इस हार को लंबी कूद के लिए दो कदम पीछे जाने वाली बात कही है मतलब लोकसभा 2019 में भाजपा फिर झण्डा गाड़ेगी ये उनका मानना है अब इससे कितने लोग इत्तेफ़ाक़ रखते हैं ये तो वक़्त पर ही छोड़ देना चाहिए।

पर यूपी में लगातार भाजपा का पतन निराशावादी ज़रूर लग रहा है अब ज़रूरत है वजह तलाशने की के क्या कमी रह गई है योगी जी के नेतृत्व में। यूपी में एक सीएम दो डिप्टी सीएम होने के बावजूद अपना गढ़ गंवा देना कुशल नेतृत्व की ओर संकेत तो नही माना जा सकता ज़ाहिर तौर पर ये केंद्र सरकार का फेलियर माना जायेगा क्योंकि यूपी में जो होता है वो केंद्र की मर्ज़ी से होता है ऐसा खुद उनके नेता कहते हैं तो हार के लिए भी यूपी नही केंद्रीय नेतृत्व को ज़िम्मेवारी लेनी चाहिए पर जल्दी क्योंकि कई बार ऐसा होता है कि अति आत्मविश्वास भी घातक हो जाता है जो इस वक़्त भाजपा नेतृत्व से साफ झलक भी रहा है उनको ये एहसास होना चाहिए कि आज भी जनता की हालत में कोई सुधार नही हुआ है गरीब आज भी दुखी है मिडिल क्लास संघर्ष करने में जुटा है वही अमीर आदमी जस का तस है तो आम जनता क्यों ना विमुख हो इस सवाल का जवाब आप ढूंढ लीजिए जनता आपको निराश नही करेगी ऐसा उसकी मन की बात से लगता है।

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