कानपुर। यूपी बोर्ड के 12वीं की परीक्षा में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। कानपुर के परेड स्थित सिद्दीक फैज ए आम इंटर कॉलेज में पहले दिन ही 42 ऐसे स्टूडेंट पकड़े गए जो दूसरे का प्रवेश पत्र लेकर परीक्षा देने पहुंचे थे। मामले की जानकारी मिलते ही डीआईओएस जांच करने मौके पर पहुंचे। इस दौरान स्टूडेंटों ने जमकर हंगामा भी किया। डीआईओएस की अनुमति पर केंद्र व्यवस्थापक ने सभी स्टूडेंटों को परीक्षा दिलाई। डीआईओएस ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। फर्जीवाड़ा पाया गया तो अगली परीक्षा में स्टूडेंटों को नहीं बैठने दिया जाएगा।
20-20 हजार रुपये लेकर फॉर्म भराया था
परेड स्थित सिद्दीक फैज ए आम इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल मोइनुल इस्लाम ने बताया कि उनके स्कूल में नौबस्ता के ईश्वरानंद शिक्षा निकेतन इंटर कॉलेज के 143 इंटर के स्टूडेंटों का सेंटर बनाया गया है। परीक्षा से पहले प्रवेश के दौरान स्टूडेंटों की जांच की गई तो 42 स्टूडेंटों के प्रवेश पत्र में नाम, पिता का नाम गलत होने के साथ ही प्रवेश पत्र में स्कैन होने की बजाए फोटो भी अलग से चस्पा की गई थी। वहीं 41 अनुपस्थित थे। परीक्षा देने आए स्टूडेंटों ने बताया कि स्कूल प्रबंधक ने 20-20 हजार रुपये लेकर इंटर का फॉर्म भराया था। एडमिट कार्ड लेने पहुंचे तो किसी और का थमा दिया। इसके साथ ही भरोसा दिलाते हुए कहा कि बोर्ड से डाटा फीडिंग में कुछ गड़बड़ी हो गई है।
प्रिंसिपल मोइनुल इस्लाम ने स्टूडेंटों को स्कूल के भीतर घुसने से रोका तो स्टूडेंटों ने हंगामा खड़ा कर दिया। डीआईओएस के आश्वासन पर परीक्षार्थी शांत हुए। डीआईओएस की मानें तो गड़बड़ी करने वाले स्कूल प्रबंधक से संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन उसका फोन बंद है। स्कूल में लिखित सूचना भेजकर मूल अभिलेख मंगाए गए हैं। जांच में फर्जीवाड़ा मिला तो स्टूडेंटों को अगली परीक्षा में बैठने नहीं दिया जाएगा।
स्टूडेंटों पर दर्ज होगी एफआईआर
डीआईओएस विनय मोहन वन ने बताया कि जांच में स्टूडेंटों का फर्जीवाड़ा सामने आया तो स्कूल प्रबंधक के साथ ही सभी स्टूडेंटों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी। परीक्षा में शामिल होने आए सभी स्टूडेंटों का नाम, पता नोट करने के साथ ही प्रवेश पत्र की एक फोटो कॉपी भी सुरक्षित रखवा ली गई है।