नई दिल्ली, एजेंसी। बेशक लोग कह रहे हों कि तीन चरणों की वोटिंग के बाद उत्तर प्रदेश में सियासी तस्वीर साफ नहीं है। लेकिन एक दमदार संगठन का आंकलन है कि उत्तर प्रदेश में चुनावों के बाद बहुजन समाज पार्टी ही पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रही है। इस संगठन को हल्का फुल्का तो माना ही जा सकता। सियासी जगत के लोग भी इसे न केवल गंभीरता से लेते हैं बल्कि इस संंगठन के अब तक के दावे पूरी तरह कसौटी पर सही भी साबित हुए हैं। हां, ये बात सही है कि ये दावा सर्वे के आधार पर किया गया है। हैरानी की बात है कि अब तक किसी भी सर्वे में किसी दल को पूर्ण बहुमत का दावा नहीं किया गया है।
इस संगठन ने किया दावा
ये सर्वे किया है अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछडे व इन समुदायों के धर्मांतरित अल्पसंख्यकों के कर्मचारियों के का अखिल भारतीय संगठन बामसेफ ने। सर्वे उत्तर प्रदेश चुनाव 2017 को लेकर किया है। इसके आधार पर बामसेफ का दावा है कि यूपी में इस बार अगर कोई पार्टी पूरे बहुमत के साथ सरकार बनाएगी तो वो बहुजन समाज पार्टी होगी। संगठन द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार बीएसपी के पास 200 से अधिक सीटें होंगी। बामसेफ ने यूपी में पिछले तीन विधानसभा चुनावों में भी जो दावा किया था, वो हमेशा सही निकले हैं। हालांकि थोड़ी सतर्कता बरतते हुए बामसेफ का ये भी कहना है कि सर्वे में जो आंकड़े सामने आए हैं वो अनुमानित है, आने वाले चरणों में हवा किस ओर जाएगी, वो कहा नहीं जा सकता।
पहले तीन चरणों का सर्वे
बामसेफ की रिपोर्ट के अनुसार पहले तीन चरणों की बात करें तो पहले फेज में बीएसपी की 42 सीटें आने का अनुमान है। वहीं सेकंड फेज में 32 सीटें आने की संभावना है। वहीं थर्ड फेज में 35 सीटें बीएसपी की झोली में आ सकती हैं। बामसेफ के अनुसार सभी आंकड़े अनुमानित हैं। संगठन की इंटरनल रिपोर्ट कह रही है कि आने वाली 11 मार्च की तारीख काफी कुछ इस तरह ही बयां करेगी।
2007 और 2012 का ये था अनुमान
बामसेफ ने बीते 2007 और 2012 के विधानसभा चुनावों में भी अपना सर्वे जारी किया था। पहले बात 2007 के चुनावों की बात करें तो उस वक्त बामसेफ ने बीएसपी को 190 से ऊपर सीटें मिलने का दावा किया था। उस समय बसपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी थी। वर्ष 2012 के सर्वे के अनुसार बामसेफ ने पार्टी को 160-165 सीटें मिलने का दावा किया था। वैसे बीएसपी को दावे से कम ही सीटें मिल पाई थी। जिसके बाद बामसेफ और बीएसपी के बीच दूरियां भी आ गई थी। लेकिन जिस तरह से संगठन पार्टी के लिए सर्वे कर रहा है उससे यही लग रहा है कि दोनों के बीच फिर से नजदीकियां आ गई हैं।
बहुकोणिय चुनाव में बीएसपी को होगा फायदा
दलित चिंतक और बामसेफ के सदस्य डॉ. सतीश प्रकाश का कहना है कि इस बार हम बहुकोणिय मुकाबला मानकर चल रहे हैं। इस बार चुनाव में सपा-कांग्रेस गठबंधन और भाजपा दोनों ही मजबूत पार्टी हैं। यही थ्योरी बसपा को आगे मजबूत करेगी। उन्होंने कहा कि अभी इस सर्वे में सारी बातें अनुमानित हैं। लगातार राजनेताओं के बयान आ रहे हैं। किस बयान से चुनाव का रुख किस ओर चला जाए कुछ कहा नहीं जा सकता है। इसलिए हम काफी फूंक-फूंककर कदम रख रहे हैं।