28 C
Lucknow
Wednesday, January 15, 2025

यूपी में भाजपा की कमान किसको?


अब यह लगभग तय हो गया है कि उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य राज्य की राजनीति में ही रहेंगे। पिछले दिनों अपने दौरे में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने उनके केंद्र सरकार में जाने की अटकलों को खारिज करते हुए कहा था कि वे अभी प्रदेश में भाजपा को मजबूत करेंगे। सो, वे विधान परिषद की खाली हुई चार में से एक सीट पर चुनाव लड़ेंगे और जीतने के बाद लोकसभा सीट से इस्तीफा देंगे। विधान परिषद की चार सीटों के लिए 29 अगस्त से नामांकन शुरू होगा और पांच सितंबर तक चलेगा। विपक्ष की स्थिति को देखते हुए माना जा रहा है कि चुनाव की नौबत नहीं आएगी और पांच या छह सितंबर को भाजपा के चार लोग निर्विरोध निर्वाचित घोषित हो जाएंगे।

मुश्किल यह है कि राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व दिनेश शर्मा और दो मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और मोहसिन रजा किसी सदन के सदस्य नहीं हैं। इन्हें 19 सितंबर से पहले विधायक बनना है। चुनाव चूंकि चार ही सीटों पर हो रहा है इसलिए 19 सितंबर से पहले किसी एक मंत्री को इस्तीफा देना होगा। लाख टके का सवाल है कि वह मंत्री कौन होगा? क्या स्वतंत्र देव सिंह मंत्री पद से इस्तीफा देंगे और केशव प्रसाद मौर्य की जगह पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष होंगे?

स्वतंत्र देव सिंह आरएसएस से जुड़े रहे हैं। वे बुंदेलखंड से हैं और पिछले दिनों उनको पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश की तीन सबसे हाई प्रोफाइल सीटों पर भाजपा को जिताने का जिम्मा दिया गया है। वे कमलनाथ की छिंदवाड़ा, ज्योतिरादित्य सिंधिया की गुना और कांतिलाल भूरिया की झाबुआ सीट पर पार्टी को चुनाव लड़वाएंगे। उनको प्रदेश अध्यक्ष का प्रबल दावेदार भी माना जा रहा है। सो, अगर उनको प्रदेश अध्यक्ष बनना है तो वे इस्तीफा देंगे और संगठन संभालेंगे। ऐसे में पार्टी उनको राज्यसभा में भेज सकती है।

स्वतंत्र देव सिंह के अलावा दो केंद्रीय मंत्रियों के नाम की चर्चा है कि उनको प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है। पार्टी अगर ब्राह्मण को कमान देने का फैसला करेगी तो महेश शर्मा बन सकते हैं। जाट नेताओं में केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान को बनाए जाने की भी चर्चा चल रही है। इसके अलावा पश्चिमी उत्तर प्रदेश से ही एक और नेता अशोक कटारिया को उम्मीदवार बनाने की चर्चा है। वे बिजनौर के हैं और फायरब्रांड नेता हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गूजर वोट को ध्यान में रख कर पार्टी ने उनको प्रदेश महामंत्री बनाया है। इनके अलावा प्रदेश अध्यक्ष के लिए एक दो और नामों की चर्चा है। भाजपा के जानकार सूत्रों का कहना है कि पांच सितंबर के बाद किसी समय केशव प्रसाद मौर्य का इस्तीफा हो सकता है।

Latest news
- Advertisement -spot_img
Related news
- Advertisement -spot_img

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें