इरफान शाहिद
यूपी सरकार को ना जाने क्या हुआ है वो कोरोना से जंग लड़ने के बजाए इसे एक मज़ाक बना कर सबके सामने पेश कर रही है वो कैसे ये आप खुद समझिये के यूपी में सोमवार से शुक्रवार तक किसी प्रकार की कोई बन्दी घोषित नही है इन दिनों में आपको आफिस भी जाना है बैंक भी शॉपिंग भी और आउटिंग भी यानी आप हर चीज़ के लिए स्वतंत्र हैं इन्ही दिनों के बीच कोरोना का ग्राफ भी यूपी में खूब बढ़ रहा है लेकिन सरकार ने यहां सिर्फ शनिवार और रविवार का लॉकडाऊन लगा रखा है
सरकार का मानना है कि इन दो दिनों में ही कोरोना से ज़्यादा खिलवाड होने की आशंका है अब इन्हें कौन बताएगा कि शनिवार और रविवार को लगभग हर सरकारी संस्थान बन्द ही रहते हैं लोग भी अधिकतर वीकेंड परिवार में रह कर ही बिताना पसंद करते हैं तो ऐसे में ये शनिवार और रविवार वाला लॉकडाऊन तो किसी काम का नही रहा जो ज़रा बहुत कसर दिखाई देती थी वो भी सरकार ने शराब की बिक्री की छूट देकर बंद कर दी यानी अब शनिवार और रविवार को भी बाहर चहल पहल होने से कोई रोक नही सकता तो कोरोना कैसे रुकेगा साहब ये बता दीजिए।
आज कल पुलिस भी अपनी मर्ज़ी की ही करती नज़र आ रही है कहीं बिन मास्क घूम रहे लोगो के चालान काटे जा रहे हैं तो कहीं लोगो को पकड़ पकड़ के मास्क बाटते हुए तस्वीर खिंचवाई जा रही है अब पुलिस भी समझ चुकी है कि कोरोना को सख्ती से रोक पाना मुश्किल है ये सहमति से ही जाने वाला वायरस है सहमति हमारी आपकी होनी चाहिए के हम खुद सावधान रहें तो आप भी सुरक्षित रहेंगे ये बात तो समझ भी आ जाती है लेकिन यूपी सरकार का साप्ताहित लॉकडाऊन किस काम का है ये ना हमारी समझ मे आ रहा न सरकार ही कुछ बताने के मूड में नज़र आ रही है बस 2 दिन का लॉकडाऊन हर वीकेंड पर क्यों ये नही बता पा रही है अरे यूपी ऐसे जीतेगा जंग कोरोना के संग।