लखनऊ,NOI: यूपी चुनाव में गठबंधन के ऐलान के बाद अब साझा चुनाव प्रचार की धमाकेदार शुरुआत के लिए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी 29 जनवरी को लखनऊ में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद प्रियंका गांधी और डिंपल यादव भी साझा प्रचार में उतरेंगी और साथ ही दोनों पार्टियों का एक कॉमन मिनिमम प्रोग्राम तैयार किया जाएगा। इसके लिए राजधानी में तैयारियां जोरों पर हैं।
दरअसल, पहले प्लान यह था कि 22 जनवरी को अखिलेश और राहुल ही एक साथ गठबंधन का औपचारिक ऐलान करेंगे, पर ऐसा हो नहीं पाया और फिर दोनों पार्टियों के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर और नरेश उत्तम ने यह काम किया और मीडिया को संबोधित किया। कई दौर की बैठकों और काफी जद्दोजहद के बाद हुए गठबंधन के इस ‘लो-प्रोफाइल’ लॉन्च ने यूपी के लोगों पर वह असर नहीं छोड़ा जिसकी दोनों पार्टियां उम्मीद कर रही थीं। ऐसे में अब साझा चुनाव प्रचार से पहले अखिलेश और राहुल जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए वह असर पैदा करने की कोशिश करेंगे।
हालांकि अखिलेश अपनी चुनावी रैलियों की शुरुआत पहले ही कर चुके हैं, पर राहुल अब तक पंजाब में ही व्यस्त हैं जहां पहले चरण के तहत 11 फरवरी को मतदान होना है। वह जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए रविवार 29 जनवरी को लखनऊ आने वाले हैं। इसके बाद दोनों नेताओं की साझा रैलियों का कार्यक्रम तय हो जाएगा। यूपी कांग्रेस के एक नेता ने कहा, ‘अखिलेश और राहुल के कार्यक्रम का मकसद है हर तरह के कन्फ्यूजन को दूर करना और साझा आत्मविश्वास को बढ़ाना ताकि यह दोस्ती लंबे समय तक चल सके।’
लखनऊ में इस जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को मेगा इवेंट बनाने के लिए बड़े पैमाने पर तैयारियां चल रही हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस के बड़े मीडिया कवरेज का भी प्लान बनाया जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि कार्यक्रम की रणनीति बनाने के लिए प्रशांत किशोर के माध्यम से अखिलेश, राहुल और प्रियंका एक दूसरे से लगातार संपर्क में हैं। सूत्रों ने इस बात की भी पुष्टि की है कि राहुल-अखिलेश की जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद प्रियंका गांधी और अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव भी साझा चुनाव प्रचार में उतर सकती हैं ताकि अपने पारंपरिक वोटरों के अलावा युवाओं, महिलाओं और मुस्लिमों के बीच साफ संदेश पहुंचाया जा सके।
उच्च पदस्थ सूत्रों ने यह भी पुष्ट किया है कि राहुल के 29 जनवरी को लखनऊ में आने के बाद दोनों पार्टियों का एक कॉमन मिनिमम प्रोग्राम तैयार किया जाएगा। यह पहली दफा है जब कांग्रेस और एसपी ने यूपी के चुनाव को तीन तरफा बनाते हुए चुनाव से पहले गठबंधन किया है।