लखनऊ।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने अपनी कैबिनेट में क्षेत्रीय संतुलन साधने का पूरा प्रयास किया है। इसकी झलक योगी कैबिनेट में पूर्वांचल से 17 मंत्रियों को शामिल किए जाने से मिलती है। विधानसभा चुनाव में बीजेपी की नजर पूर्वांचल पर थी और इस क्षेत्र से 17 मंत्री सरकार में शामिल किए गए हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश से 12 और मध्य हिस्से से 11 विधायक शामिल किए गए हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात की ओर इशारा किया कि उनकी सरकार को देख ‘सबका साथ, सबका विकास’ की एक झलक मिल सकती है।
बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि 2019 के लोकसभा चुनावों के मद्देनजर राज्य में पार्टी को नये वोटबैंक की तलाश है। संतुलन की सबसे बड़ी मिसाल दो उप मुख्यमंत्री हैं। योगी ने अपनी मदद के लिए पिछड़ी जाति से केशव प्रसाद मौर्य और ब्राह्मण दिनेश शर्मा को उप मुख्यमंत्री बनाया है। ‘टीम योगी’ में तीन दलित चेहरे हैं जबकि ऊंची जातियों से 26 मंत्री हैं। शेष अन्य पिछड़े वर्ग के हैं।
दलित समाज से आने वाले एसपी सिंह बघेल को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। बुंदेलखंड क्षेत्र से स्वतंत्र देव सिंह को मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया है। वह विधानमंडल के किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं। ललितपुर जिले के मेहरोनी से जीतकर आये मन्नू कोरी को भी मंत्री बनाया गया है। बीजेपी ने 403 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में एक भी मुसलमान प्रत्याशी नहीं उतारा था, लेकिन मुख्यमंत्री ने क्रिकेटर से नेता बने मोहसिन रजा को राज्य मंत्री बनाया है।
रजा अभी ना तो विधानसभा ना ही विधान परिषद के सदस्य हैं। उन्हें संभवत: अल्पसंख्यक मसले, हज और वक्फ मंत्रालयों को देखने के लिए शामिल किया गया है। इन मंत्रालयों का प्रभार कभी किसी गैर-मुस्लिम के हाथ नहीं रहा। एक ओर अन्य पिछड़े वर्ग (ओबीसी) और अति पिछड़े वर्ग (एमबीसी) को साथ लेकर चले योगी ने यह भी सुनिश्चित किया कि बीजेपी की जीत में अहम भूमिका निभाने वाली ऊंची जातियां अलग-थलग नहीं पड़ने पाएं।
कुल 26 ‘सवर्णों’ को मंत्री बनाया गया। अक्सर टेलिविजन की चर्चाओं में नजर आने वाले श्रीकांत शर्मा और सिद्धार्थनाथ सिंह को भी कैबिनेट में जगह दी गई है। शर्मा मथुरा से तो सिंह इलाहाबाद पश्चिम से चुनाव जीतकर आए हैं। अन्य दलों को छोड़कर बीजेपी में आए नेताओं को भी मंत्री पद दिया गया है। इनमें स्वामी प्रसाद मौर्य, रीता बहुगुणा जोशी, ब्रजेश पाठक, दारा सिंह चौहान और नंद गोपाल नंदी शामिल हैं। इन सभी को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। बीएसपी सरकार में मंत्री रह चुके धरम सिंह सैनी को राज्य मंत्री बनाया गया है।