दीपक ठाकुर-NOI।
19वी लोकसभा चुनाव में मतदान की प्रक्रिया पूरी हो गई है सभी उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला भी ईवीएम में बंद है जो स्ट्रांग रूम में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रखी गई है।हर बार की तरह इस बार भी कई एजेंसियों ने पूर्वानुमान भी दिखाया कि किस पार्टी को कितनी सीट मिलेगी लेकिन इसके बाद जो खबरें आ रही हैं उनसे सभी चिंतित है चिंतित इसलिए के खबर आ रही है कि ईवीएम को बदले जाने का प्रयास किया जा रहा है ये आरोप विपक्ष लगा रहा है जिसको एग्जिट पोल ने हारा हुआ बता दिया है।
यूपी से बिहार तक ऐसी कई खबरे देखने को मिल रही है कि वहां ईवीएम को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जा रहा है बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने ट्वीट करके कहा कि निजी गाड़ियों से ईवीएम को कहीं ले जाया जा रहा है।वही दूसरी तरफ प्रियंका गांधी ने अपने कार्यकर्ताओं को एक ऑडियो टेप के जरिये ये संदेश दिया कि वो चौकन्ने रहें स्ट्रांग रूम पर नज़र रखें।तो ये सब क्या हो रहा क्या एग्जिट पोल को सही करने की ये एक साजिश है या विपक्ष की हताशा के हार तो हो ही गई है पर इसका ठीकरा ईवीएम या लोकतांत्रिक व्यवथा पर फोड़ा जाए।
एक ओर जहां भाजपा एग्ज़िट पोल से प्रसन्न दिखाई दे रही है वही दूसरी तरफ विपक्षी खेमे में निराशा है वो कहती है कि नतीजे इससे अलग आएंगे ये उनको भरोसा है वही भाजपा कहती है कि इससे भी बड़ी जीत होगी उसकी अब जब दोनों अपनी अपनी उम्मीदों पर टिके हैं तो बेचारी ईवीएम को क्यों अपने बयानों से इधर उधर किया जा रहा है
ये समझ नही आता।वैसे ऐसा नही है कि विपक्ष का आरोप सिर्फ आरोप ही हो लेकिन ये पूरी तरह सच है इसमे भी संदेह है अगर वाकई ऐसा है तो लोकतंत्र वाकई खतरे में है।