लाहौर। भारत की एक नामी शख्सीयत अब पाकिस्तान में जाकर देश और पीएम मोदी का नाम बदनाम करेगी।
पाकिस्तान की पंजाब विधानसभा में इसके लिए बाकायदा प्रस्ताव पेश किया जा सकता है।
राजस्व मंत्री शेख अलाउद्दीन ने पंजाब विधानसभा में आज लेखिका और मानवाधिकार कार्यकर्ता अरुंधति रॉय को कश्मीर पर अपनी राय देने के लिए आमंत्रित करने का प्रस्ताव रखा है
इस प्रस्ताव को एचआरडी मंत्री राजा अशफाक सरवर ने स्वीकार करते हुए कहा है कि अरुंधति को बुलाने की पेचीदगियों के बारे में सोचा जाएगा।
इस बारे में विदेश विभाग का ऑफिस अगला कदम उठाएगा।
पंजाब विधानसभा में इस दौरान एक बार फिर भारत अधिकृत कश्मीर को आजाद कराने पर चर्चा हुई।
सदस्य रमेश सिंह अरोड़ा ने भारत के रक्षा मंत्री के पाकिस्तान विरोधी बयान का मुद्दा भी उठाया।
उन्होंने कहा कि इस मामले में विदेश मंत्रालय को भारतीय राजदूत के सामने आपत्ति जतानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि नई दिल्ली में बैठे हुक्मरान पाकिस्तान के खिलाफ विरोध की आग फैला रहे हैं, जो गलत है। इससे पाकिस्तान की छवि खराब हो रही है।
इसके बाद संसदीय सचिव राणा अरशद ने सदन को बताया कि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय फोरम पर उठाने का फैसला किया है।
उन्होंने इसके लिए संसदीय कमेटी भी बना दी है। यह कमेटी कश्मीर मुद्दे पर भारत सरकार के सच को उजागर करेगी।
बीते साल नवंबर में अरुंधति रॉय ने असहिष्णुता के मुद्दे पर अपना नेशनल अवॉर्ड लौटाने का एलान किया था।
अरुंधति के साथ 24 फिल्मकारों ने भी अवॉर्ड वापसी की बात कही थी। अरुंधति जेएनयू के मुद्दे पर भी विरोध के स्वर उठा चुकी हैं।
कश्मीर मुद्दे पर अरुंधति रॉय मोदी सरकार को अकसर घेरती रही हैं। यही वजह है कि पाकिस्तान उन्हें अपने देश बुलाकर कश्मीर की आवाज बनाना चाहता है।