कोर्ट में चल रहे मामले में दे रहा हूं दखल!
बाराबंकीः घर पर अवैध कब्जे के विवादों में पुलिस के दखल को रोकने के आदेश को नजरअंदाज कर एक दरोगा ने एक मकान में खुद का ताला डाल दिया। साथ ही रह रहे परिवार को भी निकाल दिया। जबकि उसे ऐसा करने के लिए न तो कोर्ट और न ही विभाग की तरफ से उसे कोई आदेश मिला है। अब पीड़ित न्याय के लिए एसपी से लेकर अन्य अफसरों तक भटक रहा है। मामला कोतवाली नगर की पुलिस चौकी मोहम्मदपुर के गांव सरथरा का है।
पीड़ित चंद्रशेखर यादव सरथरा के मूल निवासी हैं। काफी समय से लखनऊ में रह रहे हैं। चंद्रशेखर के मुताबिक, उसका उसके सतौले भाई जितेंद्र व पिंटू से विवाद है। पीड़ित ने गांव के ही गया प्रसाद यादव से वर्ष 2015 में एक जमीन खरीदी थी। इस पर मकान भी बनवाया। इस बीच सोतेले भाइयों ने दीवानी न्यायालय में उसकी जमीन पर स्वामित्व जताकर मुकदमा दायर कर दिया। यह मुकदमा चला आ रहा है। हमेशा की तरह बुधवार को चंद्रशेखर सरथरा स्थित अपने घर पहुंचा। चंद्रशेखर के मुताबिक, रात में मोहम्मदपुर पुलिस चौकी का प्रभारी गजेंद्र सिंह पहुंचे और उसे घर से बाहर निकाल कर मकान में ताला डाल दिया। आरोप है कि यह कार्रवाई चौकी प्रभारी ने उसके सौतेले भाइयों से मिलकर की। गुरुवार को पीड़ित ने एसपी से शिकायत की तो उन्होंने जांच का भरोसा दिया।
दो पक्षों के मध्य कोर्ट में विवाद के चलते मकान पर अपना ताला बंद किया है।
– गजेंद्र सिंह, चौकी प्रभारी मोहम्मदपुर, कोतवाली नगर, बाराबंकी
प्रकरण मेरे संज्ञान में नहीं है। प्रभावित मिलेंगे तो जांच करवाकर एसपी को रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
– दिगम्बर कुशवाहा, एएसपी उत्तरी, बाराबंकी