नई दिल्ली , एजेंसी। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) ने योगी सरकार के 75 दिन पूरे होने पर 15 जून को राजधानी लखनऊ में महाधरना देने का ऐलान किया है।
भाकपा (माले) के राज्य सचिव सुधाकर यादव ने शनिवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकारों को बताया, “सहारनपुर के शब्बीरपुर में पांच मई को दलितों पर ठाकुर जाति के सामंतों का जानलेवा हमला हुआ, दलितों के घर जलाए गए। पांच मई की घटना के बाद भी उन पर हिंसक हमले हुए। लेकिन पीड़ित दलितों को न्याय नहीं मिला है। योगी सरकार दबंग हमलावरों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने के बजाय उनके पक्ष में झुकी नजर आ रही है। प्रदेश में दलित असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पार्टी नेताओं को जिला प्रशासन ने शब्बीरपुर के घटनास्थल पर जाने की अनुमति नहीं दी। इसके बावजूद पार्टी नेताओं का जांच दल आठ मई को वहां पहुंचा और पीड़ितों से मुलाकात की।
राज्य सचिव ने कहा, “नोएडा में हाईवे के निकट जेवर में स्क्रैप (कबाड़) व्यापारी के परिवार की महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म व हत्या की 25 मई की खौफनाक घटना योगी सरकार में कानून-व्यवस्था की हालत बताने के लिए काफी है। वाराणसी में मंडुआडीह थानाक्षेत्र में बीती 11 मई को छह साल की नाबालिग बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ और थानाध्यक्ष ने सभी दुराचारियों को पकड़ने की बात तो दूर, घटना की सही एफआईआर तक दर्ज नहीं की। रामपुर जिले के टांडा में सड़क मार्ग से जा रही दो लड़कियों का दर्जन भर से ऊपर शोहदों ने बीच रास्ते में यौन उत्पीड़न किया।”
सुधाकर यादव ने कहा, “सूबे में अल्पसंख्यक समुदाय खासकर कुरैशी समाज के लोगों के साथ सांप्रदायिक आधार पर भेदभाव किया जा रहा है। नए बूचड़खाने खोलने, मीट व्यापारियों को लाइसेंस जारी करने संबंधी इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश को लागू नहीं किया जा रहा है। इससे कुरैशी समाज के लाखों परिवार भुखमरी के कगार पर पहुंच रहे हैं।”
माले नेता ने कहा कि योगी सरकार में लोकतंत्र की स्थिति यह है कि शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करने वाले, गरीबों के अधिकारों के लिए लड़ने वाले वामपंथी दलों, जनसंगठनों के नेताओं का उत्पीड़न किया जा रहा है।
सहारनपुर घटना सहित उपर्युक्त मुद्दों पर भाकपा (माले) 15 जून को राजधानी के लक्ष्मण मेला मैदान में प्रदेश स्तरीय महाधरना आयोजित करेगी, जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य प्रमुख रूप से भाग लेंगे।