उत्तर प्रदेश में 2018 तक घर-घर बिजली पहुंचाने के वादे को पूरा करने के लिए सरकार ने ऐड़ी चोटी का जोर लगा दिया है. इस ऐलान के मद्देनजर सरकार ने अब बिजली के क्षेत्र में सबसे बड़ी चुनौती से जूझने की ठान ली है. देश भर की तुलना में उत्तर प्रदेश में बिजली चोरी लगभग 32 प्रतिशत है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ साफ कह चुके हैं कि अगर हम बिजली चोरी पर नकेल कस लेंगे तो प्रदेश में बिजली का संकट दूर हो जाएगा. इसी के तहत सरकार सर्वदा योजना लेकर आई है.
सर्वदा योजना 25 अप्रैल से 20 जून तक एक अभियान के तौर पर चलाई जाएगी और खासतौर से घरेलू उपभोक्ताओं के लिए बनाई गई है. वो उपभोक्ता जिन्होंने किसी वजह से अभी तक कनेक्शन नहीं लिया या कटिया डालकर बिजली की चोरी कर रहे थे, वो अब अपनी गलती को सुधार सकते हैं.
क्या है सर्वदा अभियान?
जो लोग कटिया डालकर बिजली चला रहे थे और उनके घर की दूरी 40 मीटर पर है. वो इस योजना का लाभ उठा सकते हैं.
ये घोषणा करने वालों पर कोई भी जुर्माना या कार्यवाही नहीं की जाएगी.
उपभोक्ता को ये बताना होगा कि उसके घर मे कोई भी बिजली का बिल बकाया नहीं है.
घोषित करने वाले उपभोक्ता को पंजीकरण शुल्क यानि कि प्रोसेसिंग फीस देनी होगी.
इस घोषणा के तीन दिन के भीतर ही उसको पूरा भुगतान करना होगा.
जिनके मीटर के कनेक्शन काटे हुए हैं और नया कनेक्शन लेना चाहते हैं तो वो पिछला बकाया अदा करके नया कनेक्शन ले सकते हैं.
यहां तक कि अगर कोई परिसर न्यायालय के आदेशों से कब्जा मुक्त हो गया हो और मकान मालिक वहां पर नया कनेक्शन लेना चाहता है, पर किराएदार की बिजली का बिल बकाया है तो विभाग अपनी तरफ से वसूली करने की कोशिश भी करेगा बशर्ते आप उसकी जानकारी विभाग को दें.
सरकार की इस पहल के पीछे ये कोशिश है कि उपभोक्ता खुद सामने आकर अपने घरों में वैद्य बिजली कनेक्शन ले.
बिजली चोरी तो सब करते हैं
गर्मी का पारा चढ़ते ही उत्तर प्रदेश में बिजली का गंभीर संकट मंडराने लगता है. मगर असलियत तो ये है कि उत्तर प्रदेश में जितनी बिजली की खपत होती है उसका लगभग एक तिहाई तो बिजली चोरी में गायब हो जाता है. बिजली चोरी एक ऐसा नासूर है जिसने उत्तर प्रदेश को अंधकार के नर्क में ढकेल रखा है. आजतक की टीम ने लखनऊ के कुछ पुराने इलाकों का रियलिटी चेक किया ये जानने के लिए कि आखिर बिजली चोरी की समस्या कितनी गहरी है.
ठाकुरगंज के झाकड़बाग
यहां आजतक की टीम ने रियलिटी चेक किया जब टीम यहां की संकरी गलियों में गई तो यहां पर तारों में लिपटी थी बिजली चोरी की समस्या. जियारत हुसैन यहां पर अपने भाइयों के साथ रहते हैं उनके घर से बिजली की मेहनत आर्मी कटिया पड़ी हुई है. जब हमने उनसे पूछा कि आप बिजली चोरी क्यों कर रहे हैं तो वो बोले कि बार-बार घर में बिजली चली जाती है और कोई रिपेयर करने के लिए नहीं आता है इसलिए उन्होंने ये कटिया डाली है. वो मान रहे हैं कि उन्होंने गलती की है और अब क्योंकि सरकार नई स्कीम लेकर आई है तो वो अपनी गलती सुधारेंगे.
मस्जिद में भी लगी हुई है कटिया
मस्जिद में मजलिस चल रही थी इसलिए वहां के केयर टेकर से हम लोग बातचीत नहीं कर पाए. मगर आसपास के पड़ोसी से पूछा कि आखिर मस्जिद में कटिया क्यों लगी है तो वहां पर लोग नारेबाजी भी करने लगे.
रिजवान साहब बीबी नाम कनेक्शन के चला रहे हैं दुकान
मस्जिद की बिजली से चल रही है रिज़वान साहब की दुकान रियाज साहब किराने की दुकान चलाते हैं और उन्होंने कोई मीटर कनेक्शन नहीं लिया हुआ. वो बिजली मस्जिद से लेकर अपने दुकान की बत्ती पंखा चलाते हैं. वो मान रहे हैं यो गलत है और जो कर रहे हैं वो सही नहीं है.
ठाकुरगंज के मोसाहबगंज
ठाकुरगंज के मुसाहिब गंज में जब टीम जायजा लेने गई तो वहां पर ऐसे घर है जिसको पहले से ही बिजली चोरी के लिए एक लाख जुर्माना भरने को कहा गया है. डीएम से उनको तुरंत भुगतान करने का नोटिस भी आ गया है. इसके बावजूद भी जहरूनिशा कहती हैं कि आखिर कितनी बिजली चोरी रोकी जाएगी.
ये उनकी गलती नहीं है जब भी वो मामले को सुलझाने जाती हैं तो उनको एक और पेच समझा दिया जाता है. दरअसल इस घर पर एक लाख का जुर्माना है. सेक्शन पांच की कार्रवाई के तहत पेनल्टी भरने को कहा गया है. डीएम ने भुगतान के लिए भेजा है नोटिस.
3 महीने बंद करने के बाद भी रशीद चला रहे बिना कनेक्शन के दुकान
ज़हरु निशा ने अपने घर में ही कुछ दुकानें किराए पर दे रखी हैं. वो लोग भी बिजली का इस्तेमाल धड़ल्ले से कर रहे हैं. जब नोटिस गया तो कुछ दिनों के लिए उन्होंने अपनी दुकान बंद की पर 25 साल के युवा रशीद बताते हैं कि वो कब तक दुकान बंद रखते. जुर्माना इतना ज्यादा है उसकी भरपाई हुई नहीं और क्योंकि उनको काफी नुकसान हो रहा था, इसलिए फिर से दुकान खोल