इरफान शाहिद लखनऊ:NOI।
उत्तर प्रदेश में अपनी सियासी ज़मीन तलाश रही कांग्रेस पार्टी को भजपा की योगी सरकार खुद निमंत्रण देने का काम कर रही है ऐसा कहना गलत नही होगा क्योंकि जिस तरह से कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी को सोनभद्र जाने से रोका गया है और उसके बाद उनका गेस्ट हाऊस पर जो धरना जारी है उससे तो यही लगता है कि यहां खुद भाजपा ने यूपी में अपनी सियासी ज़मीन का एक बड़ा हिस्सा कांग्रेस पार्टी को देने का मन बना लिया है।
आज के हर अखबार और टेलीविजन पर प्रियंका को लेकर जिस तरह की खबरे दिखाई जा रही हैं उसे देखकर ज़ाहिर तौर पर यूपी की जनता का मन प्रियंका गांधी की तरफ झुक रहा है। सोनभद्र में 10 लोगो की गोली मार कर हत्या करना कोई छोटा अपराध नही है ये अपराध ये बताने के लिए काफी है कि यूपी में अपराधी बेखौफ है और पुलिस प्रशासन उनके आगे नतमस्तक है लेकिन फिर भी योगी सरकार ने इस मामले में जो एक्शन लिया है वो क़ाबिले तारीफ है मगर प्रियंका को लेकर उनकी रणनीति किसी के गले नही उतर रही।
प्रियंका साफ तौर पर कह रहीं है कि उन्हें पीड़ित परिवारों से मिलना है और वो बिना उनसे मिले यूपी छोड़कर नही जाएगी लेकिन उत्तर प्रदेश की सरकार उनके साथ ऐसा व्यवहार कर रही है मानो वो कोई अपराधी हों उनसे मुचलका भरने को कहा जा रहा है जैसे उन्होंने कोई अपराध किया हो जिसके तहत उनकी गिरफ्तारी की गई है।
प्रियंका के मामले को लेकर कांग्रेस पार्टी में एक नया जोश दिखाई देने लगा है पूरा कांग्रेसी खेमा इस मामले को खूब भुना रहा है यूपी में कांग्रेसी नेताओं ने राज्यपाल जी से भी मुलाकात की है वही पार्टी का कहना है कि वो देश भर में इसके खिलाफ आंदोलन करेगी तो आप ही बताइए कांग्रेस पार्टी में हवा भरने का काम योगी सरकार ने नही किया तो और किसने किया जबकि 2022 में यूपी में विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में कांग्रेस पार्टी का ये जोश कहीं उसकी बैतरणी ना पार लगा दे ये भाजपा की योगी सरकार को जल्द ही सोचना पड़ेगा।
आपको बता दें कि 26 घण्टे बाद प्रियंका गांधी ने अपना धरना तब समाप्त किया जब पीड़ित 5 परिवार की महिलाएं उनसे मिलने चुनार गेस्ट हाउस पहुंची इस दौरान उनसे मिलकर प्रियंका भी काफी भावुक हो गईं उन्होंने सरकार से पीड़ित पक्ष को 25-25 लाख का मुवावजा दे और उन्हें ज़मीन का मालिकाना हक दे।