मणिपुर । चुनावों के दौरान चुनाव आयोग को आम तौर पर उम्मीदवारों के खर्च और आचार संहिता के उल्लंघन जैसी शिकायतें ही मिलती हैं। लेकिन पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में आयोग को अबकी एक नई समस्या से जूझना पड़ रहा है।
आर्थिक नाकेबंदी की चपेट में आए इस राज्य में चुनाव मैदान में किस्मत आजमाने वाली तमाम राजनीतिक पार्टियों ने आयोग से ईंधन की भारी किल्लत की शिकायत की है। साढ़े तीन महीने लंबी नाकेबंदी की वजह से राज्य में ईंधन समेत तमाम जरूरी वस्तुओं की भारी कमी पैदा हो गई है।
प्रमुख राजनीतिक दलों को राज्य सरकार की ओर से कोटे के तहत तेल मिल जाता है। लेकिन उम्मीदवारों को अपने चुनाव अभियान के लिए ईंधन का इंतजाम करने में पसीने छूट रहे हैं। कई उम्मीदवार कालाबाजार में महंगी कीमत पर ईंधन खरीदने पर मजबूर हैं।
राज्य के नौ दलों के प्रतिनिधियों ने इस मुद्दे पर चुनाव आयोग की एक केंद्रीय टीम से मुलाकात कर उसे अपनी समस्या बताई। चुनाव आयोग ने उनको भरोसा दिया है कि ईंधन की किल्लत दूर करने के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे। आयोग ने पुलिस महानिदेशक एल.एम.खाउते को तमाम उम्मीदवारों को सुरक्षा मुहैया कराने का भी निर्देश दिया है।