नई दिल्ली । यूपीए सरकार के पूर्व मंत्री और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता डा. अश्र्वनी कुमार ने अपनी किताब ‘होप इन चैलेंज्ड डेमोक्रेसी: एन इंडियन नरेटिव’ के लोकार्पण के मौके पर कहा है कि राजनीतिक विरोधी को दुश्मन मान लेने की सोच हमारे लोकतंत्र के लिए बेहद खतरनाक है। उन्होंने कहा कि इस स्थिति से देश को बचाना एक बड़ी चुनौती है।
अपनी किताब के संदर्भ में मौजूदा परिस्थितियों की चर्चा करते हुए अश्विनी कुमार ने कहा कि हमारा लोकतंत्र अपने लक्ष्यों को तब तक हासिल नहीं कर सकता जब तक कि हम राजनीति में गरिमा और उच्च मूल्यों को स्थापित नहीं करें। साथ ही उन्होंने कहा कि हमें इस बात पर आत्म चिंतन भी करना होगा कि क्या हमने खुद ऐसी राजनीतिक गरिमा के लिए काम किया है जो उच्च सिद्धांतों पर आधारित हो। उन्होंने कहा कि यह किताब उन उम्मीदों और एक सामूहिक निश्चय के बारे में है, जो सबको साथ ले कर चलने वाला और गरिमामय लोकतंत्र तैयार करने की सोच रखती है। हमारे लोकतंत्र को उस चुनौती से बचाना है जिसमें एक ऐसी दूषित राजनीतिक बहस चल रही है जो हमारी समृद्ध राजनीतिक परंपरा और इसकी नैतिक पूंजी को खत्म कर देने पर आमादा है।
यूपीए सरकार में कानून मंत्री रह चुके अश्र्वनी कुमार की यह दूसरी किताब है। इस किताब का फारवर्ड राज्य सभा सदस्य और वरिष्ठ नेता डा. कर्ण सिंह ने लिखा है। किताब के लोकार्पण के अवसर पर एक परिचर्चा का आयोजन भी रखा गया। सोमवार को आयोजित इस कार्यक्रम के मौके पर कांग्रेस पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं के अलावा माकपा प्रमुख सीताराम येचुरी और नेशनल कांफ्रेंस के पूर्व अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला सहित बहुत से राजनेताओं ने भाग लिया। इसके अलावा पूर्व मुख्य न्यायाधीश केजी बालाकृष्णन, एएस आनंद सहित कई अन्य गण्यमान्य लोग भी मौजूद थे।