अलवर व अजमेर लोकसभा और मांडलगढ़ विधानसभा चुनावों की मतगणना चौंकाने वाली है। अलवर व अजमेर की लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार आगे चल रहे हैं, जबकि मांडलगढ़ से भाजपा का उम्मीदवार बढ़त बनाए हुए है।
राजस्थान के उपचुनाव के नतीजों पर सभी पार्टियों की निगाहें लगी हुई है। इन नतीजों के साथ जनता का रूख भी पता चलेगा। अजमेर में कांग्रेस 14167 वोटों से आगे है। कांग्रेस को 79230 वोट मिले हैं, तो भाजपा को 65065 वोट। इधर, अलवर में कांग्रेस को 45144 वोट, तो भाजपा को 35349 वोट मिल हैं।
अलवर से कांग्रेस के डॉ करण सिंह, अजमेर से डॉ रघु शर्मा व मांडलगढ़ से विवेक धाकड़ मैदान में हैं। जबकि भाजपा से अलवर से डॉ जसवंत यादव, अजमेर से रामस्वरुप लांबा व मांडलगढ़ से शक्ति सिंह हाडा उम्मीदवार हैं। बीते 29 जनवरी को अलवर व अजमेर लोकसभा और मांडलगढ़ विधानसभा के लिए मतदान हुआ था।
राजस्थान में अलवर, अजमेर लोकसभा व मांडलगढ़ विधानसभा के लिए 29 जनवरी को मतदान हुआ है। इन उपचुनाव में कुल 42 उम्मीदवार मैदान में है। लेकिन मुख्य मुकाबल कांग्रेस और भाजपा में ही माना जा रहा है। अलवर से जहां कांग्रेस ने पूर्व सांसद डा करण सिंह तो भाजपा ने वर्तमान राजस्थान सरकार में मंत्री डॉ जसवंत सिंह को मैदान में उतारा है। जबकि अजमेर से डॉ रघु शर्मा कांग्रेस के व रामस्वरुप लांबा भाजपा प्रत्याशी है। वहीं मांडलगढ़ से कांग्रेस ने विवेक धाकड़ व भाजपा ने शक्ति सिंह हाड़ा को उम्मीदवार बनाया था।
अलवर, अजमेर लोकसभा व मांडलगढ़ विधानसभा में उपचुनाव यहां के प्रतिनिधियों के निधन के कारण हुए हैं। अलवर से सांसद रहे महंत चांदनाथ और अजमेर सांसद व पूर्व केन्द्रीय मंत्री रहे सांवरलाल जाट का निधन बीते वर्ष बीमारी के कारण हो गया था। जबकि मांडलगढ़ विधायक कीर्ति कुमारी की भी स्वाइन फ्लू के चलते मृत्यू हो गई थी।