जयपुर, 16 सितंबरः राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए सूबे में चुनावी माहौल दिखाई देने लगा है और राजनीतिक पार्टियां अपनी रणनीति के जरिए मतदाओं की दहलीज तक टकराने लगी हैं। प्रदेश में जहां भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) इतिहास को बदलना चाहती है, वहीं कांग्रेस उसकी खामियां गिनाकर सत्ता में वापसी करने की जुगत में लगी हुई है। दोनों ही पार्टियां एक-दूसरे के ऊपर आरोप-प्रत्यारोप मढ़ रही हैं। इन सब के बीच आज हम आपको एक ऐसी विधानसभा सीट के बारे में बताने जा रहे हैं जो कभी भी बीजेपी के हाथ नहीं लगी है।
इस जगह को बॉलीवुड भी करता है पसंद
दरअसल, हम बात राजस्थान की राजधानी गुलाबी नगरी से करीब 168 किलो मीटर दूर झुंझुनूं जिले की मंडावा विधानसभा सीट की कर रहे हैं। यहां की इमारतें और सांस्कृतिक धरोहर खूबसरती के लिए जानी जाती है, जिसका बॉलीवुड भी कायल है और इस क्षेत्र में कई फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है, जिसमें पीके व बजरंगी भाईजान जैसी बड़ी फिल्में शामलि हैं। वहीं, मंडावा राजनीतिक रूप से भी अहम माना जाता है।
जाट समुदाय का चलता है सिक्का
मंडावा जाट समुदाय बाहुल्य क्षेत्र है और वह इस सीट पर राज करते आ रहे हैं। यही वजह रही है कि पार्टियां अक्सर जाट उम्मीदवार को ही मैदान में उतारती हैं और उन्हीं के जरिए सीट अपने कब्जे में करने की जुगत में लगी रहती हैं। इस विधानसभा सीट पर करीब एक लाख, 94 हजार वोटर हैं, जिनमें सबसे ज्यादा 65 हजार जाट वोटर हैं। यही इस सीट का भविष्य तय करते हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में जाट समाज से आने वाले नरेंद्र कुमार खीचड़ ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था और जीत दर्ज की थी। वहीं, दूसरे नंबर पर निर्दलीय उम्मीदवार रीता चौधरी रही थीं।
कांग्रेस का रहा है दबदबा
कांग्रेस ने पिछले विधानसभा चुनाव में यह सीट गंवा दी थी। इससे पहले लगातार चार बार से उसने इस सीट पर कब्जा जमाया हुआ था। अब उसके सामने एक बार फिर इस पर वापस लौटने का मौका है। वह अबतक यहां से आठ बार जीत चुकी है। वहीं, बीजेपी जीत का खाता खोलने के लिए मेहनत कर रही है और अगर इस सीट पर जीतती है तो इतिहास बनाएगी। हालांकि इस बार चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर मानी जा रही है।
राजस्थान चुनावः इस सीट पर बीजेपी आजतक नहीं खोल पाई जीत का खाता, कांग्रेस करेगी वापसी?
ये दो दल बनाएंगे दिलचस्प मुकाबला
इस विधानसभा सीट पर चुनाव में मुकाबला दिलचस्प होने जा रहा है क्योंकि कांग्रेस में टिकट मांगने के लिए लंबी लिस्ट है, जिसमें रीता चौधरी का नाम सबसे आगे माना जा रहा है, जोकि पूर्व विधायक रामनाथ चौधरी की बेटी हैं। दूसरे और तीसरे नंबर पर क्रमशः प्यारेलाल और सतवीर भी टिकट हासिल करने की जुगाड़ में लगे हुए हैं। इधर, बीजेपी की ओर से टिकट के लिए गिरधारीलाल खीचड़ का नाम आगे माना जा रहा है। इन दोनों पार्टियों के उम्मीदवारों को बहुजन समाजवादी पार्टी (बीएसपी) के उम्मीदवार अनवार खान और आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार कड़ी टक्कर दे सकते हैं।
ये हैं पिछले विधानसभा चुनाव के आंकड़े
पिछले विधानसभा चुनाव पर नजर डालें तो मंडावा विधानसभा सीट पर वोटरों की संख्या एक लाख, 94 हजार, 179 थी, जिसमें से एक लाख 43 हजार, 671 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था और 73.99 वोटिंग हुई थी। इस चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार नरेंद्र कुमार खीचड़ विजयी हुए थे। उन्हें 58 हजार, 637 वोट मिले थे और उन्होंने 17 हजार, 118 वोटों से जीत हासिल की थी।