नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव दिया। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ लड़ाई राजनीतिक लड़ाई नहीं है। गरीब का हित छीन लिया जाता है और मध्यम वर्ग का शोषण होता है। हम कब तक इन समस्याओं को लेकर गुजारा करेंगे।
मोदी ने कहा कि बैंक लूटने के बाद जो आतंकी मारे गए उनके पास नए नोट मिले। इसपर नोटबंदी को दोष देना ठीक नहीं है। इंदिरा गांधी के समय में कमेटी ने नोटबंदी के बारे में बताया था। वांचू कमिटी ने जब नोटबंदी के लिए रिपोर्ट दी थी तब इतनी समस्याएं नहीं थीं।
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में सबसे ज्यादा माओवादियों ने समर्पण किया है। 30-40 दिनों में 700 माओवादियों ने सरेंडर किया। दुश्मन देश में जाली नोट का कारोबार करने वाले को आत्महत्या करनी पड़ी।
पीएम मोदी ने कहा कि जब इतनी ज्यादा करंसी बैंकों के पास आई तो कर्ज देने की ताकत बढ़ी और ब्याज दर कम हुई। असम में चाय बागानों में काम करने वालों के लिए सरकार ने खाते खुलवाए। इस कारण उन्हें पूरा वेतन मिलने लगा। दुनिया में कहीं इतना बड़ा और व्यापक निर्णय नहीं हुआ इसलिए दुनिया के अर्थशास्त्रियों के पास भी कोई मापदंड नहीं है। पहली बार ऐसा हुआ कि जनता का मिजाज एक तरफ और नेताओं का मिजाज एक तरफ।
पूर्व पीएम मनमोहन पर मोदी का निशाना, सदन में हंगामा
पीएम मोदी ने राज्यसभा में यूपीए सरकार में हुए घोटालों को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर जोरदार हमला बोला। मोदी ने कहा कि बाथरूम में रेनकोट पहनकर नहाना मनमोहन सिंह जानते हैं। मोदी के इस बयान के बाद कांग्रेस सदस्यों ने सदन में जोरदार हंगामा किया। पीएम मोदी के बयान को शर्मनाक बताते हुए कांग्रेस सांसदों ने सदन से वाकआउट किया।
‘काले धन की वजह से इंदिरा’
पीएम मोदी ने दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा “मेरी और सीताराम येचुरी जी की विचारधारा अलग है, लेकिन इस विषय पर मैं सोचता था कि वह हमारे साथ होंगे। उन्होंने कहा कि 26 अगस्त 1992 में ज्योतिर्मय बसु जी ने कहा था कि इंदिरा गांधी की सरकार काले धन की वजह से है।”