इटावा. उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में अजगरों के निकालने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। शनिवार देर रात एक अजगर पुराने पुलिस अस्पताल के पास एक घर में निकल आया। जिससे वहां मौजूद लोगो में खासी दहशत देखी गई। पकड़ा गया अजगर करीब आठ फुट लंबा और इसका वजन करीब 40 किलो के आसपास आंका जा रहा है। वैसे करीब पांच सालों में इटावा में इतने अजगर निकल आए हैं कि इटावा के लोग अजगरों के दोस्त बनते जा रहे हैं।
जिस शख्स के घर में यह अजगर निकला है वह फूलचंद का घर है। जो पुलिस लाइन इटावा में इलेक्ट्रीशियन का काम करता है। जिस समय यह अजगर नजर आया, उस समय फूलचंद अपने घर पर नहीं था। उसकी पत्नी ने देखा कि जमीन पर कुछ रेंग रहा है तो उसने पहले पानी डाल कर उसको भगाने की कोशिश की। नाकाम रहने पर वन अफसरों को खबर दी गई। जिस पर मौके पर वन दरोगा प्रबल प्रताप सिंह वन्य जीव संस्था सोसायटी फॉर कंजरवेशन ऑफ नेचर के सचिव संजीव चौहान समेत अन्य पदाधिकारियो को लेकर पहुंचे।
जिन्होंने घर के भीतर निकले अजगर को मशक्कत के बाद पकड़ लिया। संजीव चौहान ने अजगर को पकड़ने के बाद बताया कि असल में अजगरों के प्राकृतिक वास खत्म हो रहे हैं। इसी कारण वह शहरों की ओर से पलायन कर रहे हैं। जब यह शहरों की ओर पलायन करते हैं तो निश्चित है कि उसका असर आम लोगों पर पड़ता है। लोग सांप या अजगरो को देख कर काफी डरते भी हैं। इसके बावजूद यहां के लोगों में अब इनके प्रति काफी जागरूकता देखी जा रही है। क्योंकि जैसे ही अजगर या फिर कोई अन्य सांप निकलता है, उसकी जानकारी वन विभाग या फिर संस्था को सीधे दी जाती है। जिसके बाद संस्था के पदाधिकारी वनकर्मियों के साथ मौके पर आकर उनको पकडने का काम करते हैं।
*वन विभाग की टीम ने पकड़ा अजगर*
अजगर को पकड़ने के लिए पहुंचे वन दरोगा प्रबल प्रताप सिंह ने बताया कि उनको इस बात की जानकारी दी गई कि यहां पर अजगर निकला हुआ है। जिस पर टीम के साथ उसको पकड़ने के लिए पहुंचकर अजगर को पकड़ लिया है। जिसको उसके प्राकृतिक वास में छोड दिया जाएगा।